Good Job done: लॉकडाउन के बीच IRCTC ने लाखों जरूरतमंदों तक पहुंचाया खाना!
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए 21 दिनों देशव्यापी लॉकडाउन के बीच भारतीय रेलवे की कैटरिंग सेवा संभालने वाली कंपनी IRCTC ने एक लाख 80 हजार से अधिक लोगों तक भोजन पहुंचाया है। यानी एक तरफ जहां पूरा देश महामारी के कारण लॉकडाउन में घरों में बंद है तब IRCTC ने गरीबों और जरूरतमंदों को पका हुआ भोजन उपलब्ध करा रही है।
गौरतलब है आईआरसीटीसी बेस किचन के माध्यम से यह खाना रेलवे जोन जीआरपी, आरपीएफ, राज्य सरकारों के साथ-साथ विभिन्न गैर सरकारी संगठनों की मदद से आपूर्ति की जा रही है। 28 मार्च 2020 से अब तक IRCTC काे खानपान विभाग ने कुल 1,86,140 भोजन की आपूर्ति की है।
कोरोना संकट से उबरने के लिए राज्यों को 11,092 करोड़ रुपए देगा गृह मंत्रालय!
रेलवे के मुताबिक लॉकडाउन के बीच हर दिन विभिन्न स्थानों पर आईआरसीटीसी भोजन पहुंचाया है। इस दौरान जरूरतमंदों को लंच के समय IRCTC द्वारा लोगों को पका हुआ खाना कागज के प्लेट में दिया गया और डिनर खाने के पैकेट में उपलब्ध कराया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक IRCTC गत 28 मार्च को भोजन की पहली आपूर्ति शुरू की थी। 28 मार्च को ही IRCTC ने एक स्थान पर कुल 2,500 भोजन की आपूर्ति की। उसके अगले दिन यानी 29 मार्च 2020 को निगम ने कुल 9 स्थानों पर 11,030 भोजन उपलब्ध कराए। 30 मार्च 2020 को, IRCTC ने 13 स्थानों पर 20,320 भोजन की आपूर्ति की। वहीं, 31 मार्च 2020 को, IRCTC ने 20 स्थानों पर 30,850 भोजन की आपूर्ति की।
आयुर्वेद की मदद से Covid-19 के खतरे से उबरे ब्रिटिश प्रिंस चार्ल्स? शाही प्रवक्ता ने किया इनकार!
लॉकडाउन के एक सप्ताह बाद यानी 1 अप्रैल, 2020 को IRCTC ने कुल 23 स्थानों पर 37,470 भोजन की आपूर्ति की और 2 अप्रैल 2020 को, IRCTC ने 25 स्थानों पर 40,870 भोजन की आपूर्ति की। जबकि 3 अप्रैल 2020 को, IRCTC ने 27 स्थानों पर 43,100 भोजन प्रदान किए।
रेलवे मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज के अनुसार जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित करते समय उचित स्वच्छता का पालन करने के साथ ही साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। इसके अलावा मंत्रालय ने कहा कि संबंधित रेलवे जोन और मंडल महाप्रबंधक और मंडल रेल प्रबंधक भी आईआरसीटीसी के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में हैं।
Lockdown: ऐसा पहली बार है जब अयोध्या में रामनवमी पर सड़कें वीरान हैं और मंदिरों में सन्नाटा पसरा है!
रेलवे मंत्रालय स्टेशन के आसपास के क्षेत्र में इन प्रयासों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है, जिसके लिए गैर-सरकारी संगठनों और जिला प्रशासनों की सहायता ले रही है, जिससे स्टेशनों के आस-पास के क्षेत्रों में गरीबों और जरूरतमंद लोगों की खाद्य आवश्यकताओं को भी पूरा किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें-Good News: केरल में 93 वर्षीय बुजुर्ग से हारा कोरोना, आप भी महामारी को ऐसे दे सकते हैं मात!