आजादी के बाद 600 गुना बढ़ीं सोने की कीमतें, 15 अगस्त 1947 को सिर्फ इतना था 10 ग्राम सोने का भाव
नई दिल्ली: लॉकडाउन के बाद से सोने के भाव में तेजी देखी जा रही है, जहां पहले ये 50 हजार के नीचे रहता था, तो वहीं अब सोने के दाम 53 हजार रुपये के पार पहुंच गए हैं। एक्सपर्ट की मानें तो दिवाली तक सोने की कीमतें 60 हजार के आंकड़े को छू लेंगी। इन दिनों सोने के भाव में तेजी देखी जा रही है, लेकिन भारत में एक वक्त ऐसा भी था जब एक तोला सोना 100 रुपये से भी कम दाम में मिलता था।
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आजादी के वक्त क्या थी कीमत?
जब 73 साल पहले 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ था, तो उस वक्त सोना प्रति 10 ग्राम 88.62 रुपये बिकता था। आजादी के एक साल बाद सोने के दाम में थोड़ा उछाल आया, उस दौरान सोने की कीमतें 95.87 रुपये प्रति तोला पहुंच गईं। वहीं अब इसकी कीमत 52900 रुपये से ज्यादा है। ऐसे में देखा जाए तो पिछले 73 सालों में भारत में सोने की कीमतों में 600 गुना से ज्यादा की वृद्धि हुई है। आने वाले दिनों में ये रिकॉर्ड भी टूट सकता है।
1964 में रिकॉर्ड गिरावट
आजादी के बाद सोने की कीमते बढ़ती गईं, लेकिन 1953 में इस में बड़ी गिरावट देखने को मिली। उस दौरान सोने की कीमत 73.06 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई थी। इसके बाद 1963 तक सोने के भाव में तेजी देखी गई, फिर 1964 में रिकॉर्ड गिरावट आई। उस दौरान एक तोले की कीमत 63.25 रुपये हो गई थी, जो आजादी के पहले हुआ करती थी। वहीं 1959 में पहला मौका आया था, जब सोने की कीमतों ने सैकड़े को पार किया और प्रति 10 ग्राम की कीमत 102.56 रुपये हो गई थी।
मौजूदा वक्त का क्या है हाल?
भारतीय सर्राफा बाजार में MCX पर अक्टूबर डिलीवरी वाले सोने की कीमत में 0.65% की गिरावट आई और सोना 52596 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं सितंबर डिलीवरी वाले चांदी की कीमत में 1 फीसदी की गिरावट आई और चांदी 1% नीचे गिरकर 70,345 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। आपको बता दें कि सोना पिछले हफ्ते 56,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। सोना एक हफ्ते में 2000 रुपए तक नीचे लुढ़क गया है।
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