हिजाब के चलते छात्रा को दीक्षांत समारोह में जाने से रोका, ठुकराया गोल्ड मेडल
नई दिल्ली। पुंडुचेरी विश्वविद्यालय की एक मुस्लिम छात्रा को पुलिस ने हिजाब पहनने के कारण दीक्षांत समारोह में शामिल नहीं होने दिया। जिसके बाद छात्रा ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए गोल्ड मेडल लेने से इंकार कर दिया। पुंडुचेरी विश्वविद्यालय के इस दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंचे। छात्रा का आऱोप है कि, जब तक राष्ट्रपति ऑडीटोरियम के अंदर रहे तब तक उसे अंदर नहीं जाने दिया गया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने 2 दिवसीय दौरे पर केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी पहुंचे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे। विश्वविद्यालय में राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। इस दौरान विश्वविद्यालय की गोल्ड मेडल विजेता छात्रा राबिया को कैंपस के भीतर अंदर जाने से रोक दिया गया क्योंकि उसने हिजाब पहना था। राबिया का आरोप है कि जब तक राष्ट्रपति अंदर रहे, तब तक उसे अंदर नहीं आने दिया गया। जब राष्ट्रपति ऑडिटोरियम से बाहर निकले तब छात्रा को भीतर आने दिया गया।
पुलिस की इस भेदभावपूर्ण कार्रवाई का विरोध करते हुए राबिया ने गोल्ड मेडल लेने से इनकार कर दिया है। राबिया अब्दुर्रहीम मास कम्युनिकेशन ग्रेजुएट है। पुलिस ने राबिया को दीक्षांत समारोह से बाहर निकलने के लिए कहा, क्योंकि वह 'संदिग्ध लग रही थी। पुलिस ने उन्हें हिजाब हटाने के लिए कहा था। राबिया ही नहीं अन्य छात्राओं को हिजाब हटाने के लिए कहा गया था।
छात्रा राबिया ने कहा, 'मैं अन्य छात्रों के साथ सभागार के भीतर बैठी थी, तभी मुझे बाहर जाने के लिए कहा गया। इसके बाद मुझे कार्यक्रम के दौरान अपने हिजाब को हटाने के लिए कहा। लेकिन जब मैंने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो मुझे सभागार से बाहर जाकर बैठने के लिए कहा। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद अंदर मौजूद थे। राष्ट्रपति के जाने के बाद, विभाग के कर्मचारियों ने बाकी प्रमाण पत्र वितरित किए। इस दौरान राबिया ने गोल्ड मेडल लेने से इनकार कर दिया क्योंकि उसे लगा कि उसे वहां सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया।
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