सर्जिकल स्ट्राइक के लीडर रहे जनरल सिंह ने कहा साल 2016 में हुई थी पहली सर्जिकल स्ट्राइक, यही सच है
श्रीनगर। भारतीय सेना (Indian Army) के जम्मू कश्मीर स्थित नॉर्दन कमांड जीओसी यानी कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक पर एक बड़ा बयान दिया है। जनरल रणबीर सिंह की मानें तो भारतीय वायुसेना (Indian Air Force, IAF) की बालाकोट एयर स्ट्राइक एक बड़ी उपलब्धि है। साथ ही उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि साल 2016 में इंडियन आर्मी ने पहली सर्जिकल स्ट्राइक की थी। जनरल सिंह का बयान इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि साल 2016 में जब इंडियन आर्मी ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी तो उस समय जनरल सिंह ही डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) थे।
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राजनीतिक पार्टियों की बयानबाजी दरकिनार
सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइ इस बार के लोकसभा चुनावों में अहम मुद्दा बन गए थे। जीओसी नॉर्दन कमांड जनरल सिंह ने कहा, 'कुछ दिनों पहले एक आरटीआई में इस बात की जानकारी दी जा चुकी है कि सितंबर 2016 में पहली सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी। मैं इस बात की तह में नहीं जाना चाहता हूं कि राजनीतिक पार्टियां क्या कह रही हैं। राजनीतिक पार्टियों को जवाब सरकार की तरफ से मिलना चाहिए और मैंने आपको जो कुछ बताया है, वह पूर तरह से सच है।'
पार्टियों को जवाब देना सरकार का काम
कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी की ओर से दावा किया गया था कि सेना ने यूपीए के कार्यकाल में छह बार सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। हालांकि उस समय भी यूपीए के कार्यकाल में डीजीएमओ रहे जनरल लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया ने भी इस बात से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि सेना ने अलग-अलग तरह के ऑपरेशंस किए थे लेकिन उन्हें उरी सर्जिकल स्ट्राइक से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। 18 सिंतबर 2016 को उरी आतंकी हमले के बाद 28 सितंबर को पीओके में आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर सेना ने हमले किए थे।
बालाकोट एक बड़ी उपलब्धि
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान बालाकोट एयरस्ट्राइक पर भी बात की। उन्होंने कहा, 'आईएएफ की बालाकोट में हुई एयरस्ट्राइक आतंकियों के ढांचे पर हुई एक बड़ी उपलब्धि थी जहां पर हमारे एयरक्राफ्ट दुश्मन के अड्डे के काफी अंदर तक दाखिल हुए थे और टेरर लॉन्च पैड्स को उन्होंने तबाह किया था।' जनरल सिंह ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने अगले दिन यानी 27 फरवरी को जम्मू कश्मीर में हमला करने की कोशिश की थी और उसे मुंह की खानी पड़ी थी। वायुसेना उन्हें धूल चटा दी थी। 26 फरवरी को आईएएफ के 12 मिराज जेट्स पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित बालाकोट में दाखिल हुए थे। यहां पर उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों को निशाना बनाया था।
कौन हैं जनरल सिंह
ले.जनरल रणबीर सिंह सर्जिकल स्ट्राइक के बाद इंडियन आर्मी के 'मैन ऑफ द मूवमेंट' बन गए थे।इंडियन आर्मी की पिछली परंपराओं को तोड़ते हुए लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने इंडियन आर्मी की सर्जिकल स्ट्राइक्स की पूरी योजना तैयार की और फिर मीडिया को भी खुद ही ब्रीफ किया। ऐसा पहली बार था जब किसी डीजीएमओ ने खुद किसी ऑपरेशन के बारे में आगे आकर मीडिया को ब्रीफ किया। कारगिल की जंग के समय भी सेना प्रवक्ता की ओर से ही मीडिया को जानकारी मिलती थी।