जिस जगह रखा था मनोहर पर्रिकर का शव, उस स्थान का किया गया ‘शुद्धिकरण’, जांच के आदेश
पणजी। गोवा सरकार ने दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से जुड़े 'शुद्धिकरण' मामले की जांच के आदेश दिये हैं। कुछ खबरों के मुताबिक, पणजी स्थित राजकीय कला अकादमी में शनिवार को उस स्थान का शुद्धिकरण किया गया जहां पर्रिकर के पार्थिव शरीर को रखा गया था। कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गवाडे ने कहा कि उन्होंने मीडिया में खबर आने के बाद घटना की जांच का आदेश दिया है। मीडिया की खबरों में कहा गया है कि कुछ लोगों ने अकादमी के परिसर में उस जगह शुद्धिकरण किया जहां सोमवार को अंतिम संस्कार से पहले पूर्व मुख्यमंत्री का पार्थिव शरीर रखा गया था।
गवाडे ने कहा, 'मैंने इस गतिविधि को कड़ाई से लिया है। हम सरकारी भवनों में इस तरह की अवैज्ञानिक गतिविधियों को महिमामंडित नहीं करना चाहते।' वहीं कला एवं संस्कृति केंद्र सचिव गुरुदास पिलरनेकर ने कहा, ''अकादमी स्टाफ के द्वारा चार पंडितों को ओम के मंत्रोच्चार के लिए बुलवाया गया था। चार पंडितों ने जो किया वो शुद्धिकरण नहीं था, ओम का मंत्रोच्चार था।'' हालांकि, सचिव ने यह नहीं बताया कि यह मंत्रोच्चार क्यों किया गया।
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आपको बता दें कि मनोहर पर्रिकर का कैंसर की बीमारी से जूझते हुए 63 साल की उम्र में निधन हो गया था। मनोहर पर्रिकर अग्नाशय कैंसर से पीड़ित थे। पिछले सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि राज्य सरकार पणजी के मीरामर समुद्र तट पर पर्रिकर का एक स्मारक बनवाएगी। दिवंगत नेता का अंतिम संस्कार इसी समुद्र तट पर किया गया। उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए आम नागरिकों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की लम्बी कतार लगी हुई थी।