गोवा कांग्रेस ने उरफान मुल्ला को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से किया निलंबित
पणजी। हाल ही में गोवा कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले प्रदेश कांग्रेस की अल्पसंख्यक कमेटी के अध्यक्ष और प्रवक्ता उरफान मुल्ला को पार्टी ने अब बाहर कर दिया है। मुल्ला ने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा है कि "कांग्रेस संगठन, दिशा और नेतृत्व की कमी से ग्रस्त है। गोवा में पार्टी के पुराने नेता निर्णय लेने में बुरी तरह विफल रहे हैं। पार्टी ने उनके पत्र को अनुशासन हीनता मानते हुए ये कार्रवाई की है।
गोवा कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, 15 नवंबर को उनके द्वारा दिया बयान पार्टी के गरिमा के खिलाफ था। आपके द्वारा केंद्र और राज्य शीर्ष नेतृत्व का अपमान किया गया है। मीडिया न्यूज चैनल और स्थानीय न्यजपेपर में छपी खबरों से साफ है कि आप पार्टी विरोधी गतिविधिंया कर रहे हैं। इस सब को देखते हुए पार्टी के गोवा चीफ गिरीश चंद्रोकर ने आपके निष्कासन की अनुमित दी है।आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए निलंबित किया जाता है।
उरफान मुल्ला दो दिन पहले पार्टी के नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए छोड़ने का ऐलान कर दिया था। । मुल्ला ने इस्तीफा देते हुए शीर्ष नेतृत्व को पत्र भी लिखा था। इस पत्र में उन्होंने अपना दर्द बयां किया था। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में उरफान ने कहा था कि, कांग्रेस नेतृत्व की कमी से ग्रस्त है। गोवा में पार्टी के पुराने नेता निर्णय लेने में बुरी तरह विफल रहे हैं। उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि, अल्पसंख्यकों के लिए कांग्रेस कुछ नहीं कर रही है।
उरफान ने कहा, 'मैंने पार्टी के लिए 25 साल तक काम किया है। हमारी पार्टी के लोग अल्पसंख्यक समुदाय को पीछे धकेलते हैं क्योंकि वो चाहते हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय का कोई नेता मुख्यमंत्री न बन जाए। पार्टी अल्पसंख्यकों को इस्तेमाल करती है। पार्टी की कोई विचारधारा नहीं है। नेतृत्व से मैं खुश नहीं हूं। इसलिए मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। मैंने पार्टी के किए सेवा भाव से काम किया।
भाजपा नेता जयसिंगराव गायकवाड पाटील ने पार्टी से दिया इस्तीफा, बोले-पार्टी के नेतृत्व से खुश नहीं हूं