इस देश को अब भगवान ही बचा सकते हैं: गोवा कांग्रेस अध्यक्ष
नई दिल्ली। गोवा में जिस तरह से कांग्रेस के 10 विधायकों ने पार्टी का साथ छोड़ दिया, उसके बाद कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह सत्ता का बेजा इस्तेमाल कर रही है। गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने कहा कि इस देश को सिर्फ भगवान बचा सकते हैं। बता दें कि बुधवार को कांग्रेस के दस विधायकों ने कांग्रेस पार्टी से अलग होने का ऐलान कर दिया, जिसमे विपक्ष के नेता भी शामिल हैं। इन सभी बागी विधायकों ने अपना अलग गुट बना लिया है और ये भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। माना जा रहा है कि इन 10 विधायकों में से तीन विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा।
जनता सबक सिखाएगी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लोग लोकतंत्र के इस नंगे खेल को देख रहे हैं, जिस तरह से लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जनता उसका सबक जरूर सिखाएगी। जो लोग भी लोकतंत्र की हत्या के इस शर्मनाक खेल में शामिल हैं, जनता उन्हें सबक सिखाएगी। ये लोग एक देश एक चुनाव की कोशिश नहीं कर रहे हैं बल्कि एक देश एक पार्टी के विचार को आगे बढ़ा रहे हैं। भगवान ही इस देश को बचाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने गठबंधन में अपने सहयोगी के साथ असुरक्षा को जाहिर कर दिया है।
भाजपा एकजुट विपक्ष से डरी हुई थी
चोडणकर ने कहा सदन में पूर्ण बहुमत होने के बाद भी मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत इस तरह के अनैतिक खेल में शामिल हैं, उन्हें आगामी सदन में एकजुट विपक्ष से डर लगा रहा था। कांग्रेस नेता गोवा फॉरवर्ड पार्टी पर भी तीखा हमला बोला। जिस तरह से चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने यू टर्न लिया और भाजपा को समर्थन दिया, उसपर चोडणकर ने जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने चुनाव में भाजपा के खिलाफ अभियान चलाया और नतीजे आने के बाद भाजपा से हाथ मिला लिया।
कैबिनेट में फेरबदल
चोडणकर ने कहा कि गठबंधन के सहयोगियों के लिए यह एक सबक है जिनके खिलाफ 2017 में लोगों ने अपना मत दिया, उन्ही लोगों ने चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिला लिया। जिस दिन इन लोगों ने ऐसा किया था,उसके बाद से ही लोग उन्हें सबक सिखाने के बारे में सोच रहे हैं। बता दें कि सदन में भाजपा की संख्या 27 है, नए विधायकों के शामिल होने के बाद भाजपा को गोवा फॉरवर्ड पार्टी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के पास दो विधायक हैं, जबकि पार्टी को दो निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है, माना जा रहा है कि उन्हें कैबिनेट से बाहर किया जा सकता है।