नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गोवा के सीएम का बड़ा बयान
पणजी। नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद गोवा के मुख्यमंत्री ने इस कानून को लेकर बड़ा बयान दिया है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि मैं नागरिकता संशोधन कानून का स्वागत करत हूं। इस कानून का गोवा के लोगों पर कोई भी नकारात्मक प्रभाव नही पड़ेगा फिर वह चाहे हिंदू हो, मुसलमान हो या फिर ईसाई। यही नहीं मुख्यमंत्री राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को लेकर भी बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि एनआरसी को लेकर अभी तक केंद्र सरकार की ओर से कोई भी नोटिफिकेशन नहीं आया है। लिहाजा इसके गोवा में लागू होने को लेकर किसी भी तरह का बयान देना वाजिब नही होगा।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी की कट्टर विरोधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार को खत लिखकर कानून के खिलाफ एक साथ आने का आह्वान किया। उन्होंने ने लिखा कि संविधान बचाने के लिए हमें एक ठोस योजना तैयार करने की जरूरत है। सीएए के विरोध में विपक्षी पार्टियां भी एकजुट होने का विचार बना रही हैं, कांग्रेस शासित प्रदशों ने पहले ही अपने राज्य सीएए को लागू करने से मना कर दिया है। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीएए और एनआरसी को पहले ही नकार दिया था।
सोमवार को ममता ने इस ओर एक और कदम बढ़ाते हुए विपक्षी पार्टियों को सीएए के विरोध में एक मंच पर आने का निवेदन किया। ममता ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को चिट्ठी लिखकर इस पर विचार करने को कहा। ममता ने लिखा कि हम सभी मिलें और हमारे लोकतंत्र को बचाने और विरोध करने के लिए एक ठोस योजना तैयार करें। ममता बनर्जी ने एनसीपी नेता शरद पवार को चिट्ठी में नागरिकता कानून के मुद्दे पर साथ आकर विरोध की योजना बनाने का निवेदन किया है।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि आज दुनिया एक परिवार बन गई है, जहां हर कोई हर किसी से प्यार करता है और यही हमारी दृष्टि है। यदि यह दृष्टि खो जाती है, तो सब कुछ खो जाता है। आज लोग चिंतित हैं कि क्या हमारे लोकतांत्रिक, मौलिक और संविधान के अधिकार बने रहेंगे या नहीं लेकिन मुझे लगता है कि हमारे अधिकार बने रहेंगे।
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