भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख अर्थशास्त्री नियुक्त
वाशिंगटन। भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की चीफ इकॉनमिस्ट(प्रमुख अर्थशास्त्री) नियुक्त की गईं हैं। गीता गोपीनाथ मॉरे ऑब्स्टफील्ड की जगह लेंगी, जो वर्तमान में आईएमएफ के चीफ इकॉनमिस्ट हैं। मॉरे दिसंबर में रिटायर हो रहे हैं। गीता भारतीय मूल की रघुराम राजन के बाद दूसरी ऐसी अर्थशास्त्री हैं जो आईएमएफ की प्रमुख अर्थशास्त्री के तौर पर काम करेंगी।
आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लगार्द ने सोमवार को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर गीता के नाम का ऐलान किया। लगार्द ने ट्वीट कर कहा है, गोपीनाथ का अकादमिक प्रदर्शन काफी अच्छा है। वे दुनिया की बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में से एक हैं। वहीं उनका लीडरशिप में रिकॉर्ड भी काफी बेहतर है।
भारत के मैसूर शहर में जन्मीं गीता की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई भी यहीं पर हुई है। उन्होंने अपनी बैचलर ऑफ की डिग्री दिल्ली यूनिवर्सिटी जबकि मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन से हासिल की है।
2001 में प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी से उन्होंने पीएचडी हासिल की। इसके बाद उन्होंने शिकागो यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर काम शुरू किया। 2005 से वे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय और आर्थिक मामलों की प्रोफेसर हैं। गीता गोपीनाथ आर्थिक मामलों पर लिखती भी रही हैं। एक्सचेंज रेट, फाइनेंशियल क्राइसिस, मार्केट क्राइसिस जैसे मुद्दों पर उनके कई रिसर्च आर्टिकल आ चुके हैं।
राफेल सौदे पर पर कभी नरेंद्र मोदी का समर्थन नहीं किया: शरद पवार