लॉकडाउन में कॉलेज से घर लौटी बेटी हुई गर्भवती, अबॉर्शन कराने से किया इनकार, मां-बाप ने उतारा मौत के घाट
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से पूरा देश कई दिनों तक लॉकडाउन में रहा, जिसके चलते लोग अपने घर में रहने को मजबूर हुए। इस दौरान स्कूल-कॉलेज को भी बंद कर दिया गया। लेकिन तेलंगाना में कॉलेज बंद होने के बाद जब यहां पढ़ने वाली लड़की अपने घर पहुंची तो उसके घरवालों को पता चला कि उनकी बेटी बिना शादी के ही गर्भवती हो गई है। यही नहीं घरवालों ने गांव में बदनामी के डर से लड़की को कई दिनों तक एक कमरे में बंद रखा और लड़की को अबॉर्शन कराने को कहा।
गर्भपात से किया इनकार
घरवालों ने लड़की से जब गर्भपात कराने को कहा तो लड़की ने ऐसा करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद नाराज घरवालों ने लड़की को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के अनुसार यह मामला तेलंगाना के जोगुलांबा-गड़वाल जिले के कालुकुंतला गांव का है। लड़की आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में स्नातक की पढ़ाई कर रही थी, लेकिन लॉकडाउन होने की वजह से वह वापस अपने गांव आ गई। कुछ दिनों बाद घरवालों को इस बात की जानकारी हुई की लड़की बिना शादी के ही गर्भवती हो गई है।
हत्या की साजिश
दरअसल लड़की एक लड़के से प्यार करती थी जोकि दूसरी जाति का था। लड़की ने परिवार वालों को अपने ब्वॉय फ्रैंड के बारे में बताया जोकि दूसरी जाति का था। ऐसे में परिवार वालों ने कहा कि दूसरी जाति में शादी नहीं हो सकती है, लिहाजा लड़की से गर्भपात कराने के लिए कहा गया। लेकिन लड़की ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इस बात से नाराज घरवालों ने लड़की की हत्या की साजिश रच दी। लड़की हत्या से पहले कई दिनों तक उसे घर में ही एक कमरे में कैद रखा गया ताकि इस बात की भनक गांव वालों और रिश्तेदारों को ना लगे।
अंतिम संस्कार रुकवाया गया
शनिवार को लड़की के पिता भास्करराय ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर बेटी की हत्या कर दी और गांव वालों के बीच खबर फैलाई कि उनकी बेटी की तबीयत खऱाब थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। जब घरवाले लड़की का अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे थे तभी किसी ने शक होने पर इसकी जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और सरपंच की मदद से अंतिम संस्कार को रुकवाया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया, जहां यह पता चला कि लड़की की हत्या की गई थी। पुलिस ने जब लड़की के माता-पिता से पूछताछ की तो उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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