Ram Janmabhoomi: गिरिराज सिंह बोले- यह सिर्फ भव्य मंदिर की आधारशिला नहीं, धार्मिक गुलामी का अंत भी है
नई दिल्ली। करोड़ों हिंदुओं को जिस दिन का इंतजार था आज वह घड़ी आ गई है। देश के प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के अयोध्या पहुंच चुके हैं, अब से थोड़ी देर पहले ही उन्होंने भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखी है। बता दें कि आज पूरी दुनिया की नजरें भारत पर टिकी हुई है, इस भव्य कार्यक्रम के लिए अयोध्या सहित पूरे देश में धूम मची हुई है। इस अवसर पर राम भक्ति अपने-अपने तरीके से इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। साथ ही उत्सवी माहौल में राम जन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर को लेकर खुशियां मना रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री और बिहार के बेगूसराय से बीजेपी के सांसद गिरिराज सिंह ने भी ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने इसे एक नए युग की शुरुआत कहा है। गिरिराज सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, 'प्रभु श्रीराम अपनी ही जन्मभूमि पर अब काल्पनिक नही रहेंगे। यह केवल प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का आधारशिला नही है, बल्कि भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक गुलामी का अंत भी है। जय श्रीराम।'
प्रभु श्रीराम अपनी ही जन्मभूमि पर अब काल्पनिक नही रहेंगे। यह केवल प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का आधारशिला नही है, बल्कि भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक गुलामी का अंत भी है।
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) August 4, 2020
जय श्रीराम।
राम जन्मभूमि के शिलान्यास कार्यकम के पूर्ण होने से देशभर में राम नाम की गूंज है। इस दौरान भूमि पूजन करा रहे मुख्य पुजारी ने कहा कि भूमि पूजन के लिए यहां कुल 9 ईंटें रखी गई हैं, ये ईंटें भगवान राम के भक्तों ने पूरे देश और दुनिया से 1989 में भेजी थी। कुल लाख 75 हजार ईंटें राम भक्तों की ओर से दुनियाभर से यहां भेजी गई हैं। जिसमे से 100 ईंटों पर जय श्री राम लिखा हुआ है। बता दें कि भूमि पूजन कार्यक्रम से पहले पीएम मोदी ने पारिजात का पौधा लगाया। पूरे कार्यक्रम के दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास समेत सिर्फ पांच लोग मंच पर मौजूद रहे। वहीं, इस भव्य कार्यक्रम के लिए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।
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