नरेंद्र मोदी को 49 सेलिब्रिटीज के खुले खत पर भड़के गिरिराज सिंह, बोले- ये लोग तब क्यों चुप थे जब...
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने मंगलवार को कहा कि- नरेंद्र मोदी की सरकार को बदनाम करने के लिए एक बार फिर से अवार्ड वापसी गैंग एक्टिव हो गया है। बता दें कि गिरीराज ने ये बयान उस खुले खत को लेकर दिया है जो 49 दिग्गजों द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी के लिए लिखा गया था। इस खत में देश में धर्म, जाति और राम के नाम पर मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की गई थी।
'ये लोग जो मॉब लिंचिंग पर सवाल उठा रहे हैं वे तब कहां थे जब कैराना के विधायक नाहिद हसन ने हाल ही में मुसलमानों को हिंदुओं की दुकानों से सामान न खरीदने के लिए कहा था। ये लोग तब चुप क्यों रहे?'। गिरीराज खुले खत को अवार्ड वापसी गैंग का काम बताकर उन लोगों पर निशाना साध रहे थे जिन्होंने पीएम के पूर्व कार्यकाल में असहिष्णुता के खिलाफ अपने अवार्ड वापस किए थे।
बता दें कि 23 जुलाई को देश के अलग-अलग क्षेत्र की 49 नामी-गिरामी और लोकप्रिय हस्तियों ने मॉब लिंचिंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी। पीएम मोदी को लेटर लिखने वालों में मणिरत्नम, अदूर गोपालकृष्णन, अनुराग कश्यप और अपर्णा सेन, कोंकणा सेन शर्मा, सौमित्र चटर्जी जैसे कई फिल्म निर्देशक और अभिनेता शामिल थे। इन लोगों ने देश में मॉब लिंचिंग घटनाओं को अपनी चिंता व्यक्त की है। इस लेटर में अलग-अलग क्षेत्र के 49 दिग्गजों के हस्ताक्षर हैं।
इस खुले खत में लिखा था कि 'जय श्री राम' एक भड़काऊ युद्ध बन गया है, 'राम' बहुसंख्यक समाज के लिए पवित्र है, देश में लिंचिंग के मामलों पर मशहूर हस्तियों ने कहा है कि मुसलमानों, दलितों और और अल्पसंख्यकों की लिंचिंग को तुरंत रोका जाना चाहिए। हम एनसीआरबी के आंकड़े को जानकर हैरान हो गए कि साल 2016 में दलितों से अत्याचार के 840 मामले सामने आए हैं और दोषियों को सजा के मामले में कमी आई है।
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