गिरिराज सिंह का शिवसेना पर तीखा हमला, 'अब शिवसैनिक को प्रभु राम का नाम लेने के लिए भी 10 जनपथ पर नाक रगड़नी पड़ेगी'
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नई दिल्ली। महाराष्ट्र में शिवसेना ने शरद पवार की पार्टी एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई है। महा विकास अघाड़ी (एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन) के नेता के तौर पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। दूसरी तरफ, कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी शिवसेना पर लगातार हमले कर रही है। इसको लेकर बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी शिवसेना पर निशाना साधा है।
'शिवसेना ने बालासाहेब की आत्मा को सोनिया गांधी के हाथों गिरवी रख दिया'
गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'शिवसेना ने बालासाहेब की आत्मा को सोनिया गांधी के हाथों गिरवी रख दिया..अब शिवसैनिक को प्रभु राम और अयोध्या का नाम लेने के लिए भी 10 जनपथ पर नाक रगड़नी पड़ेगी।' केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'शिवसेना को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे मुगलों ने हिन्दुस्तान में अपना पांव पसारा होगा?' शिवसेना के कांग्रेस-एनसीपी के साथ जाने को लेकर बीजेपी का कहना है कि महाराष्ट्र के लोगों ने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को बहुमत दिया था लेकिन उद्धव ठाकरे की पार्टी ने इस जनादेश का अपमान किया और स्वार्थ के लिए एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिल गई।
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बीजेपी शिवसेना पर कर रही तीखे हमले
सीएम उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के बाद बीजेपी ने एक बार फिर कांग्रेस-शिवसेना को घेरने की कोशिश की। बीजेपी ने तंज भरे अंदाज में सवाल किया कि राहुल गांधी को महाराष्ट्र सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने में शर्मिंदगी महसूस हुई। महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे पर शिवसेना के पूर्व बयान को इस शपथ ग्रहण समारोह से जोड़ते हुए बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने ट्वीट किया।
शिवेसना ने कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर बनाई है सरकार
जीवीएल नरसिम्हा राव ने कांग्रेस और शिवसेना दोनों पर निशाना साधते हुए कहा, 'शिवसेना ने भी पूर्व में गोडसे को लेकर बयान दिया है, शायद इसी शर्मिंदगी की वजह से राहुल गांधी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन ने लंबे समय तक बीजेपी की सहयोगी रही शिवसेना से हाथ मिलाया है। वहीं, इस शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल नहीं हुए, जिसको लेकर बीजेपी लगातार उनपर निशाना साध रही है।