सोनिया गांधी- अहमद पटेल पर बयान देकर घिरे गुलाम नबी आजाद
अहमद पटेल और सोनिया गांधी पर बयान देकर घिरे गुलाम नबी आजाद, पार्टी के भीतर शुरू हो गया विरोध
नई दिल्ली। सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल को गुजरात से राज्यसभा का चुनाव लड़ाने के लिए कांग्रेस की गुजरात यूनिट पुरजोर मेहनत कर रही है। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने ऐसा बयान दिया है जिसको लेकर पार्टी के भीतर ही विरोध शुरू हो गया है।
इसे भी पढ़ें- राज्यसभा में सचिन और रेखा की खराब परफॉर्मेंस पर उठे सवाल
सोनिया से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए पटेल को
आजाद ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि गुजरात में होने वाले राज्यसभा चुनावों से जुड़ी खबरों के बीच अहमद पटेल का नाम सामने आने पर हर बार उन्हें सोनिया गांधी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि पटेल पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार जरूर हैं लेकिन इससे भी जादा वे पार्टी के एक वरिष्ठ नेता भी हैं जिनको संसद के दोनों सदनों के भीतर बड़ी इज्जत से देखा जाता है।
महज सोनिया के सचिव नहीं हैं अहमद पटेल
आजाद ने कहा कि अहमद पटेल राज्यसभा का चुनाव महज सोनिया गांधी के सचिव होने के नाते ही नहीं लड़ रहे हैं बल्कि पार्टी के एक कर्मठ नेता होने की वजह से भी लड़ रहे हैं। उन्होंने मीडिया से निवेदन करते हुए कहा कि हर बार पटेल का नाम लेने पर उनको सोनिया गांधी से न जोड़ा जाए।
पार्टी के भीतर विरोध
हालांकि यह साफ़ नहीं हुआ है कि आजाद का ऐसा कहने के पीछे की क्या मंशा थी लेकिन जानकार मान रहे हैं कि वे कांग्रेस के 44 विधायकों को बंगलुरु भेजे जाने वाले घटनाक्रम से सोनिया गांधी को बचाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन पार्टी के भीतर अहमद पटेल के समर्थक आजाद के मीडिया के सामने खुलकर ऐसा कहने की वजह से नाराज हैं।
पार्टी में नंबर दो की हैसियत
पार्टी सूत्रों ने बताया है कि अहमद पटेल को पार्टी के अंदर गांधी परिवार का सबसे करीबी माना जाता है और उन्हें गांधी परिवार से अलग दिखाने से उनके चुनाव पर असर पड़ सकता है। दक्षिण भारत के कांग्रेस के एक बड़े नेता का कहना है कि इस वक्त सोनिया गांधी से अहमद पटेल के नाम को अलग करने की कोई ज़रूरत नहीं थी। उन्होंने कहा कि पटेल के राज्यसभा चुनाव हारने या जीतने से पार्टी के अंदर उनके कद में कोई बदलाव नहीं आएगा। चुनाव के परिणाम कुछ भी हों वे पार्टी में नंबर 2 की हैसियत से ही जाने जाते रहंगे।