मानसून सत्र: गुलाम नबी आजाद बोले- सांसदों में भय का माहौल, लेकिन कई मुद्दों पर चर्चा जरूरी
नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। कोरोना महामारी की वजह से इस बार सत्र में काफी देरी हुई है। इसके अलावा सदन की कार्यवाही के दौरान कई अहम बदलाव भी देखने को मिलेंगे। जिसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं विपक्ष ने भी मोदी सरकार को घेरने का पूरा प्लान बना लिया है। जिस वजह से सदन की कार्यवाही हंगामेदार रहने की उम्मीद है।
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राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि संसद का सत्र एक अजीब स्थिति में शुरू हो रहा है। देश की जनता और सांसदों में भी भय का माहौल है, लेकिन दुनिया और राष्ट्र में स्थिति बदल रही है, और इस पर चर्चा करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जीडीपी ग्रोथ रेट में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा कोविड-19, चीन सीमा विवाद जैसे कई अहम मुद्दे हैं। देश की जनता चाहती है कि इन मुद्दों पर बहस हो और वो इसे सुनें। ऐसे में वो पूरी तैयारी के साथ सोमवार से सत्र में शामिल होंगे।
मानसून सत्र: कोरोना के चलते सदन के समय में बदलाव, नहीं होगा प्रश्नकाल
जयराम
रमेश
ने
कही
ये
बात
वहीं
मानसून
सत्र
से
पहले
कांग्रेस
नेता
जयराम
रमेश
ने
कहा
कि
अर्थव्यवस्था
की
हालत
खराब
है,
वहीं
चीन
सीमा
पर
आक्रामकता
दिखा
रहा
है,
ऐसे
कई
मुद्दे
हैं
जो
कांग्रेस
सदन
में
उठाएगी।
इसके
साथ
ही
मोदी
सरकार
से
स्पष्टीकरण
मांगेगी।
उन्होंने
कहा
कि
हमें
उम्मीद
है
कि
इस
दौरान
पीएम
मोदी
सदन
में
मौजूद
रहेंगे,
हालांकि
वो
आते
नहीं
हैं।