गाजियाबाद हत्या-आत्महत्या: दूसरी पत्नी को लेकर कई खुलासे, मुस्लिम समाज से था ताल्लुक
इंदिरापुर। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में मंगलवार सुबह जो हुआ उसकी किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की थी। यहां रहने वाला एक पूरा परिवार मृत पाया गया। मामले में अब कई खुलासे हो रहे हैं। आर्थिक तंगी के कारण इस व्यापारी ने पहले अपने दोनों बच्चों की हत्या कर दी और फिर अपनी दोनों पत्नियों के साथ बिल्डिंग की आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली।

संजना का नाम भी गुलशन ही था
जानकारी में सामने आया है कि मरने वाले व्यापारी का नाम गुलशन वासुदेव (45) था। उसके साथ रहने वाली दूसरी महिला को लेकर भी खुलासा हो गया है। गुलशन की मैनेजर संजना के बारे में उसके भाई फिरोज ने जानकारी दी है। उसने बताया है कि उसकी बहन ने डेढ़ साल पहले ही गुलशन से शादी की थी। संजना का नाम भी गुलशन ही था लेकिन उसने बाद में अपना नाम बदलकर संजना रख लिया। इस बात की जानकारी गुलशन वासुदेव के परिवार को नहीं थी।

मुस्लिम समाज से थी संजना
गुलशन की दूसरी पत्नी संजना मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखती थी। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 और 306 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस ने आरोपी राकेश वर्मा को भी पकड़ लिया है। उसके परिवार से पूछताछ के बाद अहम जानकारियां सामने आई हैं। उसे गाजियाबाद के मोहन नगर इलाके से पकड़ लिया गया है।

दीवार पर 500 का नोट
ये परिवार इंदिरापुरम के वैभव खंड इलाके की कृष्णा सफायर सोसाइटी में रहता था। पुलिस ने सूचना मिलने पर जब घर खोला तो वह हैरान रह गई। दोनों बच्चों पलंग पर मृत पड़े थे। साथ ही दीवार पर 500 का नोट और कुछ बाउंस चेक चिपके मिले। इसमें इन लोगों ने अंतिम इच्छा लिखी थी कि सभी का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाए।

लड़के का गला भी रेता गया
बच्चों में एक 13 साल का लड़का और एक 17 साल की लड़की थी। दोनों की गला दबाकर हत्या की गई थी। लड़के का गला भी रेता गया था। गुलशन का 13 साल का बेटा 9वीं कक्षा में पढ़ता था, जबकि बेटी फैशन डिजाइनर का कोर्स कर रही थी। इन लोगों ने घर के अंदर एक खरगोश भी पाला हुआ था। वो भी मृत पाया गया।

दूसरी पत्नी ने अस्पताल में दम तोड़ा
बताया जा रहा है कि गुलशन ने पहले घर में पाले खरगोश को मारा। इसके बाद उसने दोनों बच्चों की हत्या कर दी। संजना घर में बीती रात करीब 9 बजे आई थी। अगले दिन गुलशन ने दोनों पत्नियों के साथ आत्महत्या कर ली। संजना गिरने के बाद तो जीवित थी लेकिन इलाज के दौरान उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह गुलशन की कंपनी में बीते 5 साल से बतौर मैनेजर काम कर रही थी।

2 करोड़ को लेकर था विवाद
प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला कि राकेश वर्मा पर गुलशन के करीब 2 करोड़ रुपये बकाया थे। उसे जींच की फैक्ट्री में भी घाटा झेलना पड़ रहा था। इसके अलावा एक रिश्तेदार के पास भी उसकी बड़ी रकम फंसी हुई थी। राकेश के दिए गए चेक भी बाउंस हो गए थे, जिसके चलते गुलशन को उसकी रकम वापस नहीं मिल पा रही थी। गुलशन ने अपना घर भी बेच दिया था और इस रकम को राकेश वर्मा को दिया था।

रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी
इसी रकम को लेकर गुलशन की राकेश वर्मा से सोमवार को फोन पर बातचीत हुई। गुलशन ने रात को सोते हुए दोनों बच्चों की हत्या करने के बाद करीब तीन बजे अपने एक दोस्त को वीडियो कॉल कर बताया कि सब खत्म हो गया है। उसके बाद उसने दोनों पत्नियों के साथ सुबह पांच बजे आठवीं मंजिल से छलांग लगा दी।

धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था
राकेश वर्मा के बारे में पुलिस ने बताया कि वह साहिबाबाद के शालीमार गार्डन में रहता है। उसका गुलशन के साथ 2 करोड़ रुपये का विवाद चल रहा था। आरोप है कि जो पैसे गुलशन ने अपना घर बेचकर निवेश किए थे, उन्हें देने में राकेश आनाकानी कर रहा था। पुलिस ने बताया कि गुलशन ने राकेश वर्मा और उसकी मां के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। दोनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन्हें जेल भी भेज दिया गया था। जिसके बाद पैसे मिलने की संभावना लगभग समाप्त हो गई थी।
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