नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे डॉक्टर ने भेजा विजिटिंग कार्ड, उल्टा पड़ा मामला और लगा तगड़ा जुर्माना
गाजियाबाद। क्या आपने कभी सुना है कि कोई शख्स किसी अधिकारी से मिलने पहुंचा हो और अपना विजिटिंग कार्ड भेजने की वजह से उस पर जुर्माना लग गया हो? गाजियाबाद में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां नगर आयुक्त से मिलने के लिए एक डॉक्टर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपना विजिटिंग कार्ड नगर आयुक्त के पास भेजा। जैसे ही उन्होंने ये विजिटिंग कार्ड देखा तुरंत ही डॉक्टर पर 500 रुपये का जुर्माना लगा दिया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि डॉक्टर ने जो विजिटिंग कार्ड भेजा था वो प्लास्टिक का था।
प्लास्टिक का विजिटिंग कार्ड होने की वजह से जुर्माना
दरअसल, गाजियाबाद में प्लास्टिक पर बैन लगा हुआ है। ऐसे में जब डॉक्टर ने अपना प्लास्टिक का विजिटिंग कार्ड नगर आयुक्त के पास भेजा तो उन्होंने तुरंत ही डॉक्टर पर जुर्माना लगा दिया। इसके बाद डॉक्टर ने पहले जुर्माना अदा किया और आगे कभी भी प्लास्टिक का कार्ड इस्तेमाल नहीं करने का संकल्प लिया। इसके बाद नगर आयुक्त ने उनकी समस्या को सुना, जिसके लिए वो यहां आए थे।
डॉक्टर पर लगा 500 रुपये जुर्माना
पूरा मामला बुधवार को उस समय सामने आया जब गाजियाबाद के पटेल नगर में रहने वाले डॉक्टर अपनी कॉलोनी की एक समस्या लेकर नगर आयुक्त दिनेश चंद्र से मिलने पहुंचे थे। इसी दौरान अपना प्लास्टिक कार्ड दिखाने की वजह से उन पर 500 रुपये का जुर्माना लगा गिया। हालांकि जब उन पर प्लास्टिक विजिटिंग कार्ड को लेकर जुर्माना हुआ तो वो थोड़े असहज हो गए। इस पर नगर आयुक्त ने उनका नाम जुर्माने की रसीद पर लिखने से मना कर दिया, यही नहीं उन्होंने रसीद पर संकल्प दान लिखवाया। साथ ही ये संकल्प लिया आगे से वो कभी प्लास्टिक के कार्ड का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
गाजियाबाद में प्लास्टिक पर लगा हुआ है बैन
गाजियाबाद के डॉक्टर पर प्लास्टिक के विजिटिंग कार्ड देने की वजह से इसलिए जुर्माना लगा क्योंकि उत्तर प्रदेश में 2016 से ही 50 माइक्रॉन से कम की पॉलिथीन का इस्तेमाल प्रतिबंधित कर दिया गया था। अक्टूबर 2018 में प्रदेश में किसी भी तरह की पॉलिथीन, प्लास्टिक के कैरी बैग, प्लास्टिक के बर्तनों के इस्तेमाल पर बैन लगाया गया था। ऐसे में नगर आयुक्त ने जैसे ही प्लास्टिक का विजिटिंग कार्ड दिखाया उन पर जुर्माना लग गया।