क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

28 महिलाओं के बाद अब चौथे फ्लैट से मिलीं 7 लड़कियां, सामने आया चौंकाने वाला सच

देश की राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में 28 नेपाली महिलाओं को छुड़ाने के बाद अब एक और फ्लैट से सात लड़कियों को मुक्त कराया गया है।

Google Oneindia News

नई दिल्ली। गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में तीन फ्लैटों से 28 महिलाओं को मानव तस्करी और देह व्यापार के चंगुल से छुटाने के बाद अब एक और फ्लैट से सात लड़कियों को मुक्त कराया गया है। गाजियाबाद पुलिस ने मंगलवार को इंदिरापुरम के ज्ञान खंड में प्लॉट नंबर 23 पर छापा मारकर इन लड़कियों को मुक्त कराया। ये लड़कियां भी यहां पिछले 3 महीने से बंधक बनाकर रखी गईं थी। नेपाल से नौकरी दिलाने का झांसा देकर इन लड़कियों को भारत लाया गया था और यहां से इन्हें विदेश भेजने की तैयारी थी। इन सात लड़कियों को मुक्त कराने के साथ ही पुलिस के सामने कुछ चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं।

18-22 साल की लड़की पर 15 लाख कमीशन

18-22 साल की लड़की पर 15 लाख कमीशन

पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए एजेंटों ने बताया कि वो लोग विदेशों में कॉल गर्ल्स और सेक्स रैकेट की मांग पर महिलाओं का सौदा तय करते थे। इसके एवज में उन्हें मोटा कमीशन मिलता था। एजेंटों ने बताया कि 18 से 22 साल की लड़की भेजने पर उन्हें 15 लाख रुपए और 25 साल से ऊपर की युवती भेजने पर उन्हें 10 लाख रुपए का कमीशन मिलता था। इस काम के लिए लड़कियों को नेपाल से पश्चिम बंगाल और गोरखपुर के रास्ते दिल्ली भेजा जाता था। विदेश भेजने के लिए वेटिंग मिलने पर इन लड़कियों को फ्लैट में बंधक बनाकर रखा जाता था और इनके ऊपर देह व्यापार के लिए दबाव बनाया जाता था। पुलिस ने बताया कि ये एजेंट पिछले पांच महीनों में 200 से ज्यादा लड़कियों को विदेश भेज चुके हैं।

ये भी पढ़ें- मेरठ: उस दिन रेस्टोरेंट में क्या-क्या हुआ? सुनिए, दरोगा के साथ मौजूद महिला वकील की जुबानीये भी पढ़ें- मेरठ: उस दिन रेस्टोरेंट में क्या-क्या हुआ? सुनिए, दरोगा के साथ मौजूद महिला वकील की जुबानी

वॉट्सएप से भेजते थे लड़कियों की फोटो

वॉट्सएप से भेजते थे लड़कियों की फोटो

मौके से गिरफ्तार किए गए एजेंटों ने बताया कि विदेश भेजने से पहले लड़कियों की फोटो फेसबुक मैसेंजर या वॉट्सएप के जरिए भेजी जाती थी। लड़कियां पसंद आने पर कमीशन का रेट तय होता था। फोटो की पुष्टि करने के लिए वीडियो कॉल के जरिए लड़कियों से बात भी कराई जाती थी। पुलिस के मुताबिक ये एजेंट दुबई, लेबनान, कुवैत, इराक, सीरिया और पुर्तगाल में लड़कियों की तस्करी करते थे। आपको बता दें कि सोमवार शाम को ही दिल्ली पुलिस और इंदिरापुरम पुलिस ने एक सोसाइटी में तीन फ्लैटों के अंदर से 28 नेपाली महिलाओं को छुड़ाया था। इन सभी को पिछले तीन महीनों से इन फ्लैटों में छिपाकर रखा गया था और इन्हें देश से बाहर अलग-अलग जगहों पर भेजा जाना था। पुलिस ने मौके से पांच एजेंटों को भी गिरफ्तार किया।

चंगुल से छूटी 2 लड़कियों ने 28 को बचाया

चंगुल से छूटी 2 लड़कियों ने 28 को बचाया

पुलिस ने बताया कि नौकरी दिलाने का लालच देकर नेपाल से 30 महिलाओं को तीन महीने पहले इंदिरापुरम के न्याय खंड-2 स्थित सृजन विहार सोसाइटी में लाया गया था। इन महिलाओं को यहां तीन अलग-अलग फ्लैटों में छिपाकर रखा गया था। रविवार को इनमें से दो महिलाएं किसी तरह यहां से भाग निकलीं। दोनों महिलाओं ने दिल्ली में अपने रिश्तेदारों से मिलकर उन्हें सारे मामले की जानकारी दी। इसके बाद मामले की सूचना दिल्ली पुलिस को दी गई और सोमवार शाम को पुलिस की टीम गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने पहुंची।

बनाया जाता था नशे की लत का शिकार

बनाया जाता था नशे की लत का शिकार

दोनों महिलाओं को साथ लेकर इंदिरापुरम पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ सोसाइटी के फ्लैट नंबर सी-5, डी-24 और आई-7 पर शाम करीब 5 बजे छापा मारा। पुलिस को इन तीनों फ्लैटों के अंदर से 28 महिलाएं मिलीं, जिनकी उम्र 21 से 45 साल के बीच थी। पुलिस के पास पहुंची दोनों लड़कियों ने बताया कि इन महिलाओं के साथ फ्लैट में अमानवीय व्यवहार होता था। पुलिस को फ्लैट के अंदर से शराब की बोतलें, सिगरेट के पैकेट आदि भी मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि इन महिलाओं को नशे की लत का शिकार बनाया जाता था। पुलिस ने मौके से इन महिलाओं के अलावा पांच एजेंटों को भी गिरफ्तार किया है।

मौके से पांच एजेंट भी गिरफ्तार

मौके से पांच एजेंट भी गिरफ्तार

गिरफ्तार एजेंटों के नाम नेपाल निवासी केदारनाथ, रोमियो जोशी, ध्रुव पांडे, विक्रम बहादुर और ज्ञानेंद्र गिरी है। पुलिस का कहना है कि ये एजेंट नौकरी दिलाने का झांसा देकर इन महिलाओं को नेपाल से भारत लाए थे। नेपाल से महिलाओं को सीधे खाड़ी देश नहीं भेजा जा सकता, इसलिए भारत लाने के बाद यहां से इन महिलाओं को खाड़ी देशों में भेजा जाना था। वहां भेजने के लिए इनके दस्तावेज भी तैयार कराये जा रहे थे। पुलिस ने गिरफ्तार एजेंटों के खिलाफ आईपीसी की धारा 370, 371, 342 और देह व्यापार के तहत केस दर्ज किया है।

ये भी पढ़ें- मुलायम सिंह ने फिर चौंकाया, अखिलेश के मंच से सपा को लेकर कही बड़ी बातये भी पढ़ें- मुलायम सिंह ने फिर चौंकाया, अखिलेश के मंच से सपा को लेकर कही बड़ी बात

Comments
English summary
Ghaziabad: 7 More Girls Rescued From Indirapuram by Police.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X