गाजियाबाद: 100 रुपए की घड़ी के लिए तीन नाबालिगों ने ली 12 साल के मासूम की जान, केस दर्ज
गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में प्लास्टिक की एक घड़ी के लिए हुए झगड़े में 12 साल के मासूम की जान चली गई। 12 साल का सनी खोड़ा के एक प्राइवेट स्कूल में क्लास 6 का स्टू़डेंट था। सनी अपने माता-पिता और दो भाई बहनों के साथ एक किराए के मकान में आज़ाद विहार में रहता था। खबर के मुताबिक, सनी को उसके छोटे भाई ने कल दोपहर में दरवाजे के बाहर अचेत अवस्था में देखा था। उस वक्त घर पर न उनके मां-बाप और बहन भी नहीं थे, ये लोग सबेरे ही अपने काम पर निकल गए थे।
घर के दरवाजे के बाहर सनी अचेत पड़ा था
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि सनी के गले में एक कपड़ा मजबूती से बांधा गया था जबकि कपड़े का दूसरा सिरा दरवाजे के हैंडल से बंधा हुआ था। सनी का भाई सागर अपने दोस्तों के साथ पास में ही खेल रहा था और इस बीच पानी पीने के लिए घर आया तो उसने सनी को देखा। उसे लगा सनी बेहोश है तब उसने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी, इसके बाद उनके पिता को भी जानकारी दी गई।
छोटे भाई ने देखा था सबसे पहले
पिता ने घर पहुंचकर सनी के गले में बंधे कपड़े को कैंची से काटा और उसे लालबहादुर शास्त्री अस्पताल, दिल्ली ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। एक पड़ोसी ने बताया कि जब वो लोग पहुंचे तो सनी के पिता ने उसे गोद में ले रखा था, फिर वो लोग उसे अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
100 की घड़ी बनी मौत की वजह
सनी के पिता की शिकायत पर आजाद विहार के तीन बच्चों के खिलाफ केस दर्ज किया। बताया जा रहा है कि सनी को उसके दोस्त ने एक प्लास्टिक की घड़ी गिफ्ट की थी। सनी ने अपने किसी दोस्त को वो घड़ी दे दी, जिसने एक और दोस्त को वो घड़ी दे दी। जब सनी ने उनसे घड़ी वापस मांगी तो उन लोगों ने साफ मना कर दिया और फिर झगड़ा शुरू गया। पुलिस ने इस मामले में तीन नाबालिगों के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि उस घड़ी की कीमत बाजार में 100 रु के करीब होगी।