बुलंदशहर हिंसा: आरोपी जीतू फौजी पर बोले आर्मी चीफ- अगर पुख्ता सबूत है तो करेंगे पुलिस का सहयोग
नई दिल्ली। बुलंदशहर हिंसा के आरोपी सैन्य कर्मी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को हिरासत में लिए जाने के बीच सेना प्रमुख बिपिन रावत का बयान आया है। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि अगर जितेंद्र मलिक के खिलाफ कोई सुबूत पाया जाता है और अगर पुलिस उसे हिंसा में लिप्त पाती है तो वह पुलिस से पहले इस पर कार्रवाई करेंगे। सेना प्रमुख का कहना है कि 'हम पुलिस का पूरी तरह से सहयोग करेंगे।' बता दें कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोलीबारी की घटना में कथित रूप से संलिप्त सैन्यकर्मी जितेंद्र मलिक को जम्मू-कश्मीर में हिरासत में ले लिया गया है।
सेना सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को सोपोर में 22 राष्ट्रीय राइफल्स द्वारा हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डीएस हुड्डा के बयान पर टिप्पणी करते हुए सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि मुझे लगता है कि सर्जिकल स्ट्राइक पर बहुत अधिक जोर दिया जा रहा है। जहां तक डीएस हुड्डा के बयान की बात है, तो यह उनके निजी विचार हैं, इसलिए उन पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। वह (हुड्डा) इस ऑपरेशन से जुड़े मुख्य व्यक्तियों में से एक थे, इसलिए मैं उनके शब्दों का काफी सम्मान करता हूं।
कौन है फौजी जीतू
गांव महाव के रहने वाले आरोपी जीतू फौजी के पिता राजपाल सिंह किसान हैं, जबकि उसकी मां रतनकौर घरेलू महिला हैं। तीन बहनों की शादी हो चुकी है। दो भाइयों में सबसे छोटा जीतू भी पढ़ने-लिखने में होशियार रहा है। मां रतनकौर के अनुसार शुरू से ही जीतू सेना में जाना चाहता था और करीब तीन साल पहले उसका चयन सेना में हो गया। फौजी जीतू इन दिनों कश्मीर के कारगिल में तैनात है। वह बीस दिन पहले ही अपनी भांजी की शादी के लिए छुट्टी पर आया था।
उसकी छुट्टी मंगलवार को खत्म हो गई थी। सोमवार को हुई हिंसा के बाद शाम को ही वह अपनी ड्यूटी के लिए निकल गया था। आरोपी जीतू का नाम हिंसा में आने और इंस्पेक्टर को गोली मारने के बारे में पूछे जाने पर मां रतनकौर ने उसे निर्दोष बताया। रतनकौर ने कहा कि बीते कुछ दिनों से उनका बाहर ही आना-जाना रहा है। उन्हें बस इतना मालूम है कि घटना के वक्त जीतू वहां पर नहीं था।
वायरल वीडियो में दिखा था फौजी जीतू
बुलंदशहर बवाल को लेकर 2.48 मिनट का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक युवक को इंस्पेक्टर की लाश के पास से कुछ उठाते हुए दिखाया गया है। इसी युवक पर इंस्पेक्टर को गोली मारने का भी संदेह अधिकारियों को है। इस युवक की शिनाख्त महाव गांव के जीतू फौजी के रूप में होने का दावा किया जा रहा है। उसके बारे में जानकारी करने पर पता चला कि वह कारिगल में तैनात है और हिंसा के बाद ही वह शाम को निकल गया था और अगले ही दिन उसने अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर ली थी।