आधार डेटा में सेंधमारी की रिपोर्ट गलत, जेमल्टो के CEO ने मांगी माफी
नई दिल्ली। साइबर सुरक्षा फर्म जेमल्टो के सीईओ ने शनिवार को अपनी उस गलत रिपोर्ट के लिए माफी मांग ली है जिसमें कंपनी ने भारत में आधार डेटा में सेंधमारी करने का दावा किया था। अब कंपनी ने अपनी इस गलती पर माफी मांग ली है। कंपनी की ओर से यह रिपोर्ट सोमवार को जारी किया गया था। कंपनी ने कहा था कि आधार उल्लंघन घटना के बाद 1 अरब रिकॉर्ड्स के साथ समझौता किया गया है। इसमें अधिकतर रिकॉर्ड नाम, पता और व्यक्तिगत जानकारी शामिल है।
जेमल्टो के सीईओ फिलिप वैली ने इस जानकारी को प्रकाशित करने से पहले पर्याप्त सावधानी बरतने में असफल रहने के लिए गहरा अफसोस व्यक्त किया है। समाचार पत्रों में प्रकाशित एक विज्ञापन के माध्यम से, वैली ने कहा, 'अपनी रिपोर्ट के प्रकाशन के माध्यम से, जेमल्टो ने सामान्य जनता के दिमाग में आधार के खिलाफ बड़े पैमाने पर पूर्वाग्रह पैदा किए हैं, जिसके लिए हम माफी मांगते हैं। इसके पीछे हमारा इरादा भारत की पहचान को खराब करना बिल्कुल नहीं था।
सीईओ ने कहा कि उस रिपोर्ट के लेकर हम एक आतंरिक जांच शुरू कर रहे हैं, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ-साथ सीईओ ने रहा कि एक साइबर सुरक्षा का समाधान प्रदान करने वाले संगठन के रूप में हमारे पास किसी भी आधार डेटा का उल्लंघ करने के लिए कोई सबूत नहीं है ना ही हम कुछ ढ़ूंढ पाएं हैं। रिपोर्ट में, जेमल्टो ने दावा किया था कि आधार के 945 मामले सामने आए थे, जिसमें 2018 के पहले छमाही में दुनिया भर में 4.5 अरब डेटा रिकॉर्ड के साथ समझौता किया गया। हालांकि अब कंपनी के सीईओ ने खुद इसे गलत करार दे दिया है।
यह भी पढ़ें- इस मामले में गूगल ट्रेंड्स में टॉप पर पहुंचे यूपी के CM योगी आदित्यनाथ