GDP@4.5%-लगातार गिरती विकास दर पर बोले एक्सपर्ट किसानों की आय बढ़ाने की तुरंत जरूरत
नई दिल्ली। देश में विकास की रफ्तार के आंकड़े आज सरकार की ओर से जारी कर दिए गए हैं। सरकार ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार देश के विकास की रफ्तार पिछले 6 वर्षों के निचले स्तर पर पहुंच गई है। सरकार की ओर से बुनियादी सेक्टर के 8 अहम क्षेत्रों में भी उत्पादन में गिरावट की बात कही गई है। विकास की रफ्तार गिरने के बाद आर्थिक मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए किसानों की आय को तुरंत बढ़ाने की जरूरत है।
किसानों की आय दोगुना की जाए
विकास के आंकड़ों के आने के बाद आर्थिक व कृषि मामलों के जानकार देविंदर शर्मा ने कहा कि दूसरी तिमाही में जीडीपी 4.5 फीसदी तक गिर पहुंच गई है जो गंभीर मंदी की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा कि हमे बहुत अधिक सुधार की जरूरत नहीं है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की जरूरत है। किसानों की आय को दोगुना करके उन्हे सीधे 6000 रुपए प्रति वर्ष की बजाए 12000 रुपए प्रति वर्ष की मदद दी जाए। यह मदद देश के हर किसान को दी जाए।
मनरेगा का बजट दो गुना हो
देविंदर शर्मा ने देश की विकास की रफ्तार को बढ़ाने के लिए किसानों और कृषि के मुद्दे पर ध्यान देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के साथ उनके कर्ज को माफ किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने मनरेगा के तहत बजट आवंटन को दोगुना करने की मांग की है। मांग अपने आप पटरी पर आ जाएगी। सरकार की ओर से आज ना सिर्फ दूसरी तिमाही के आंकड़े जारी किए गए बल्कि बुलियादी सेक्टर के 8 अहम क्षेत्रों के उत्पादन के आंकड़े भी जारी किए गए।
8 कोर सेक्टर का उत्पादन गिरा
सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़े में कहा गया है कि अक्टूबर माह में 8 बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। सरकार की ओर से कहा गया है कि इन 8 बुनियादी उद्योगों का उत्पादन अक्टूबर माह में 5.8 फीसदी रहा है। वहीं सितंबर माह की बात करें इसमे 5.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। बता दें कि ये सभी 8 बुनियादी सेक्टर इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 40.27 फीसदी का योगदान करते हैं। ये 8 बुनियादी सेक्टर कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, सीमेंट, स्टील और बिजली हैं।
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