गौरी लंकेश हत्याकांड में बड़ा खुलासा, हिंदू संगठन के नेता को पहले ही पता थी साजिश
बेंगलुरु। कर्नाटक पुलिस की स्पेशल टीम ने गौरी लंकेश हत्याकांड़ में एक अहम खुलासा किया है। स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम के मुताबिक गौरी लंकेश की हत्या में एक बड़े हिंदू संगठन के महत्वपूर्ण व्यक्ति का हाथ था। पुलिस की विशेष जांच दल को इस बात के संकेत मिले हैं कि लंकेश हत्याकांड की जानकारी सनातन संस्था से संबद्ध हिंदू जाग्रति समिति के एक वरिष्ठ पदाधिकारी को पहले से थी। जांच में पाया गया है कि जाग्रति समिति के एक बेंगलुरू स्थित समन्वयक मोहन गौड़ा इस मामले में शामिल हैं।
मोहन गौड़ा ने ही मुख्य आरोपी केटी नवीन कुमार को हिंदू चरमपंथी संगठन के संपर्क में रखने का काम किया था। नवीन कुमार को इस साजिश के पहले चरण में संस्था से जोड़ा गया था। हिंदू चरमपंथी संगठन एचजेएस के बेंगलूरु समन्वयक मोहन गौड़ा का इस बारे में कहना है कि गौरी लंकेश हत्याकांड में यह पुलिस की यह एक नई थ्योरी है। दरअसल पुलिस इस थ्योरी के जरिए कई महीनों से साजिश रचने में जुटी है। ताकि हिंदूवादी संगठनों से जुड़ों लोगों को मोहरा बनाया जा सके।
नवीन कुमार ने अपने बयान में बताया कि उसने संस्था की गोवा पोंडा में जून 2017 में भाग लिया था। उसने बताया कि, दूसरे दिन संस्था के सम्मेलन में हिंदू धर्म की सुरक्षा पर एक चर्चा हुई ... मैंने इस चर्चा में भाग लिया और अपने व्यक्तिगत विचार व्यक्त किए। मैं अपने भाषण में हिंदू धर्म की रक्षा के लिए हथियार और हथियारों का उपयोग आवश्यक बताया है। मेरे भाषण से प्रभावित होकर कई लोगों ने मुझे बधाई दी। मोहन गौड़ा ने भी मेरी बहुत प्रशंसा की। मैंने उनसे कहा कि मैं बंदूकें और गोलियां खरीद सकता हूं। उन्होंने मुझे बताया कि आने वाले दिनों में वे मुझसे संपर्क करेंगे।
बयान के अनुसार, सम्मेलन के कुछ दिनों बाद, कुमार को एक व्यक्ति ने फोन किया और मिलने के लिए कहा। व्यक्ति ने खुद का नाम प्रवीण बताया था। प्रवीण ने नवीन को पोन पब्लिक बूछ से किया था।उसने कहा कि उसे उसका नंबर बेंगलुरु के मोहन गौड़ा ने दिया है। कुमार का दावा है कि मैंने मोहन गौड़ा को फोन किया और इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वह आदमी अपनी संस्था का हिस्सा है। अपनी ही विचारधारा से संबंध रखता है। गौड़ा ने मुझे उस व्यक्ति के साथ मिलकर काम करने के लिए कहा।
नवीन ने बताया कि कुछ दिन वाद फोन करने वाला व्यक्ति उसे गर पर रात को रुका और हथियारों को लेकर बातचीत हुई। 19 अगस्त और 20 अगस्त, 2017 को एचजेएस ने बेंगलुरू में एक कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें प्रवीण भी शामिल हुआ जहां पर नवीन से एक बार फिर उसकी मुलाकात हुई। घटना के आखिरी दिन प्रवीण नवीन कुमार को बेंगलुरू के विजयनगर इलाके के पास एक पार्क में ले लिया गया और उसने बताया कि उसे लंकेश की हत्या में उसकी मदद की जरूरत है। जिसके बाद दोनों ने मिलकर इस हत्याकांड की साजिश रची।
आपको बता दें कि 5 सितंबर, 2017 को लंकेश पत्रिका की संपादक गौरी लंकेश की हत्या उनके घर के बाहर कर दी गई थी। वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी गौरी लंकेश के हत्याकांड मामले में एसआईटी को 5 महीने बाद पहली कामयाबी मिली थी। इस मामले में 37 वर्षीय व्यापारी केटी नवीन कुमार को विशेष जांच दल ने गिरफ्तार किया गया था।