दिन दहाड़े गोलियों की तड़तड़ाहट से दहली दिल्ली, गैंगवार में दो बदमाश मारे गए
नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका में रविवार को सरेराह हुए गैंगवार हुआ। दरअसल बदमाशों में चल रही आपसी रंजिश सड़क पर उतर आई और गोलियों की गूंज से पूरा इलाका दहल गया। दो बदमाश मारे गए हैं। एक दुश्मन गैंग की गोली से तो दूसरे को पुलिस ने मार गिराया है। जानकारी के मुताबिक द्वारका मोड़ मेट्रो स्टेशन के नीचे रविवार दाेपहर 3.30 बजे कुछ बदमाशों ने एक कार पर फायरिंग शुरू कर दी। करीब 15 राउंड फायरिंग हुई। फायरिंग में कार में सवार एक शख्स मारा गया।
फायरिंग की आवाज सुन सड़क के दूसरी तरफ खड़ी पीसीआर वैन में तैनात पुलिसकर्मियों ने फायरिंग कर रहे बदमाशों को ललकारा, तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पीसीआर के कांस्टेबल नरेश की गोली से हत्या करने वाला बदमाश भी मारा गया। जिस शख्स की कार में मौत हुई उसका नाम प्रवीण गहलोत था। जो मंजीत महल गैंग से ताल्लुक रखता था। वहीं प्रवीण को गोली मारने वाले बदमाश का नाम विकास दलाल था। जबकि विकास, सोलंकी गैंग का बदमाश है।
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब राजधानी दिल्ली की सड़कों पर दो गिरोह आपस में भिड़ गए हों। इसी महीने की शुरुआत में, दो बाइक सवार हमलावरों ने साकेत कोर्ट में सुनवाई के बाद एक मॉल की ओर चल रहे 28 वर्षीय एक व्यक्ति के सीने में दो गोलियां दाग दीं। पीड़ित को बाद में प्रिंस के रूप में पहचाना गया था, उसके खिलाफ कई मामले चल रहे थे।
नरेश को अब आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने की सिफारिश
नरेश ने गोलियों की आवाज सुनी तो वह डिवाइडर फांदकर दूसरी ओर गए और बदमाश विकास को सरेंडर करने के लिए कहा। लेकिन विकास ने नरेश की ओर भी गोलियां चलानी शुरू कर दीं। नरेश ने जवाबी फायरिंग में 3 गालियां चलाईं, जिसमें से 1 गोली विकास को जा लगी और वह घायल होकर गिर गया। इस मुठभेड़ में एक अन्य बदमाश को भी गोली लगी।
उसके बाद वह अपने एक अन्य साथी के साथ फरार हो गया। पीसीआर डीसीपी दीपक पुरोहित ने कहा है कि इस मामले में बहादुरी का परिचय देने वाले पीसीआर वैन में तैनात सिपाही नरेश को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह जान की परवाह किए बिना दूसरी ओर से डिवाइडर को फांद कर आए थे। वहीं नरेश को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने की सिफारिश भी की जाएगी।