क्या है 'गांधीपीडिया'? वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में किया जिसका जिक्र
नई दिल्ली- मोदी सरकार ने इस साल 2 अक्टूबर को गांधीजी की 150वीं जयंती को बहुत बड़ा इवेंट बनाने की तैयारी कर रही है। इस तारीख को 2 अक्टूबर, 2014 को मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में शुरू हुए स्वच्छ भारत मिशन के भी पांच साल पूरे हो रहे हैं। इसी मौके के लिए एक 'गांधीपीडिया' विकसित की जा रही है, जिससे लोगों तक गांधी के मूल्यों को पहुंचाने में आसानी रहे।
गांधीजी के मूल्यों के प्रति संवेदनशील बनाने का प्रयास
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बजट में इस बात का भी ऐलान किया है कि 2 अक्टूबर, 2019 को गांधी जयंती के मौके पर राजघाट स्थित गांधी दर्शन में राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा। सीतारमण ने कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती हमारे लिए उनके आदर्शों पर चलते फिर से उन मूल्यों के प्रति समर्पित होने का अवसर है। इसी के मद्देनजर नेशनल काउंसिल फॉर साइंस म्यूजियम एक 'गांधीपीडिया' विकसित कर रहा है। 'गांधीपीडिया' का मकसद युवाओं और पूरे समाज को गांधीजी के मूल्यों की सकारात्मकता के प्रति संवेदनशील बनाना है।
गांधी जयंती पर खुले में शौच से मुक्त घोषित होगा देश
दरअसल, अपने पहले कार्यकाल के पहले ही साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के सम्मान में पांच साल के भीतर भारत को स्वच्छ बनाने का एक संकल्प लिया था। इसके तहत उन्होंने 2 अक्टूबर, 2019 तक भारत को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) बनाने की बात कही थी। सरकार का दावा है कि वह स्वच्छ भारत मिशन के पांच साल पूरे होने पर इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी। इसी को यादगार बनाने के लिए उस दिन राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र के उद्घाटन का कार्यक्रम रखा गया है।
95% से ज्यादा शहर ओडीएफ घोषित
वित्त मंत्री के मुताबिक अबतक देश के 5.6 लाख गांव और 95% से ज्यादा शहर खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित हो चुके हैं। लगभग 1 करोड़ नागरिकों ने स्वच्छता ऐप्प डाउनलोड किया है। 1,700 शहरों के 45,000 पब्लिक और कम्यूनिटी टॉयलेट को गूगल मैप पर अपलोड किया जा चुका है, जो 53% से ज्यादा शहरी आबादी को कवर करता है।
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