Gandhi Jayanti 2017: जीवन के मूल मंत्र हैं बापू के ये 20 विचार
देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 148वीं जयंती है। दुनिया को अहिंसा का मार्ग दिखाने वाले बापू ने कई ऐसी बातें कही है जो जीवन का मूल मंत्र हैं।
नई दिल्ली। देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 148वीं जयंती है। दुनिया को अहिंसा का मार्ग दिखाने वाले बापू ने कई ऐसी बातें कही है जो जीवन का मूल मंत्र हैं। बापू की बातें सालों से दुनिया भर के लोगों को प्रेरणा देती आई हैं।
"सीखें ऐसे जैसे आपको हमेशा जीना है"
* ऐसे जिएं जैसे कि आपको कल मरना है और सीखें ऐसे जैसे आपको हमेशा जीना है।
* आदमी अपने विचारों की गिरफ्त में है। वो वही बनता है, जो वो सोचता है।
* वो बदलाव बनें जो आप इस दुनिया में देखना चाहते हैं।
* कमजोर व्यक्ति कभी माफ नहीं कर सकता। क्षमा करना एक मजबूत आदमी की विशेषता है।
* मैं किसी व्यक्ति के गंदे विचारों को अपने भीतर नहीं आने दूंगा।
"लोगों में अच्छा देखें और उनकी मदद करें"
* खुद को बदलना आपके हाथ में हैं, इसलिए पहले स्वंय को बदलें।
* थोड़ा सा अभ्यास हजारों उपदेशों से बेहतर है।
* लोगों में अच्छा देखें और उनकी मदद करें।
* ताकत शारीरिक क्षमता से नहीं, बल्कि इच्छा-शक्ति से आती है।
* सुसंगत रहो, प्रामाणिक रहें, अपना असली स्वंय बनो।
"आप दुनिया बदल सकते हैं"
* बढ़ना और विकसित करना जारी रखें।
* एक कायर प्यार दिखाने के लिए असमर्थ है, यह बहादुर का विशेषाधिकार है।
* कोई भी मेरी अनुमति के बिना मुझे दुख नहीं पहुंचा सकता।
* विनम्रता से आप दुनिया बदल सकते हैं।
* आंख के बदले आंख पूरे विश्व को अंधा बना देगी।
"पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम"
* खुशी तब मिलती है जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सब सामंजस्य में हो।
* व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं, बल्कि चरित्र से होती है।
* पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर आप पर हंसेंगे, फिर आपसे लड़ेंगे और तब आप जीत जाएंगे।
* आप आज जो करते हैं उस पर भविष्य निर्भर करता है।
* पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम।