G20 सम्मेलन: दूसरे दिन पीएम मोदी ने किया संबोधित, बोले- 8 करोड़ घरों को मिली धुआं मुक्त रसोई
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दूसरी बार जी-20 के 15वें शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हमने LED लाइट को लोकप्रिय बनाया जिससे कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को 38 मिलियन टन प्रति वर्ष तक कम किया गया है। हमने उज्ज्वला योजना के माध्यम से 8 करोड़ से अधिक घरों को धुआं मुक्त रसोई प्रदान की है।' बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने 15वें शिखर सम्मेलन को गत शनिवार संबोधित किया था। वर्चुअल हो रहे इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का आज (रविवार) आखिरी दिन है।
Recommended Video
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, 'हम 2022 से पहले 175 गीगाबाइट रिन्यूएबल एनर्जी का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे। अब हमने 2030 तक इसे बढ़ाकर 450 गीगाबाइट तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।' पीएम ने आगे कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सबसे तेजी से बढ़ते अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक है। हम अरबों डॉलर जुटाने की योजना बना रहे हैं, हजारों हितधारकों को प्रशिक्षित करते हैं और अक्षय ऊर्जा में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देते हैं। आईएसए कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में योगदान देगा।'
International Solar Alliance is among fastest-growing international organisations. We plan to mobilise billions of dollars, train thousands of stakeholders & promote research &development in renewable energy. ISA will contribute to reducing carbon footprint: PM Modi at G20 Summit pic.twitter.com/F0ut2EAHkU
— ANI (@ANI) November 22, 2020
जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन शनिवार को पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की ओर से किए गए समन्वित प्रयासों से निश्चित तौर पर कोरोना महामारी से निजात मिलेगी। मैंने इस शिखर सम्मेलन में प्रतिभा, प्रौद्योगिकी, पारदर्शिता और भरोसे के आधार पर एक नया वैश्विक सूचकांक विकसित करने की जरूरत को सामने रखा है। पीएम मोदी ने कहा, 'हमारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता हमारे समाजों को सामूहिक रूप से और आत्मविश्वास के साथ संकट से लड़ने में मदद करती है, पृथ्वी ग्रह के प्रति भरोसे की भावना हमें स्वस्थ और समग्र जीवन शैली के लिए प्रेरित करेगी। जी-20 नेताओं के साथ बहुत ही उपयोगी चर्चा हुई।'