Sex Scandal: जब बदनाम हुए राजभवन, इन राज्यपालों को देना पड़ा इस्तीफा...
नई दिल्ली। आज एक बार फिर से राजभवन की दीवारों पर बदनामी का दाग लगा है। तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित पर एक तरफ 'डिग्री के लिए सेक्स' केस में आरोपी महिला ने आरोप लगाया है कि उसके और राज्यपाल के बीच काफी घनिष्ठ संबंध हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्रेस कान्फ्रेंस में पुरोहित ने सबके सामने महिला पत्रकार के गाल सहलाकर विवाद को खुद जन्म दिया है। एक राज्यपाल की ओर से किए गए एक घृणित और अशोभनीय हरकत की चारों ओर आलोचना हो रही है। वैसे ये कोई पहला मामला नहीं है, जब इस तरह से राजभवन शर्मसार हुआ है, इससे पहले भी देश के कई नामचीन राज्यपाल इस तरह की शर्मनाक और घिनौनी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं, चलिए जानते है उनके बारे में विस्तार से....
नारायण दत्त तिवारी
दिसंबर 2009 में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल रहे नारायण दत्त तिवारी सेक्स स्कैंडल में फंसे थे, उनका एक वीडियो उस वक्त चर्चा का विषय बना था, जिसमें वो कुछ महिलाओं के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिखाई दिए थे। राज्य की एक लोकल टीवी चैनल पर कथित रूप से तिवारी की तीन महिलाओं के साथ अश्लील तस्वीरें दिखाई गई थीं, जिसे देखकर सब दंग रह गए थे।
तिवारी को इस्तीफा देना पड़ा था
इस मामले में तिवारी के वकील द्वारा स्टे नोटिस ले जाने पर कोर्ट ने तस्वीरें दिखाने पर तुरंत रोक लगाने का फैसला सुनाया था, तस्वीरों में एक बुजुर्ग व्यक्ति को (कथित रूप से तिवारी) तीन महिलाओं के साथ अश्लील अवस्था में दिखाया गया था। उस वक्त ये खबर राजनीतिक गलियारों में जंगल में आग की तरह फैली थी, जिसका नतीजा ये हुआ कि तिवारी को इस्तीफा देना पड़ा था।
Sex स्कैंडल में फंसे मेघालय के राज्यपाल
Sex स्कैंडल में मेघालय के राज्यपाल वी षणमुगनाथन का नाम आने से दिल्ली से लेकर मेघालय तक हड़कंप मच गया था। मामला जनवरी 2017 का है, जब राजभवन के 80 से अधिक कर्मचारियों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेजी गई थी जिसमें षणमुगनाथन के ख़िलाफ़ गंभीर शिकायतें की गई थीं, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया। पत्र में कहा गया था कि उन्होंने राजभवन को 'लेडीज़ क्लब' में बदल दिया था जहाँ सिर्फ़ युवा महिला कर्मचारियों की 'नाइट ड्यूटी' लगाई जाती थी।
दक्षिण भारत के राज्यपाल पर महिला सहकर्मी से यौन उत्पीड़न का आरोप
फरवरी 2018 में दक्षिण भारत के एक राज्यपाल पर एक महिला सहकर्मी से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था, गृह मंत्रालय ने मामले पर सख्ती दिखाते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं हालांकि मंत्रालय ने अभी तक राज्यपाल के नाम पर कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन इस खबर ने राजनीति की गलियारों में सनसनी जरूर फैला दी है, सबको उस गर्वनर के बारे में जानने की उत्सुकता है, फिलहाल जांच जारी है।
'डिग्री के लिए सेक्स'
गौरतलब है कि तमिलनाडु के अरुप्पूकोट्टई के देवांग आर्ट कॉलेज की एक महिला लेक्चरर पर आरोप है कि उन्होंने छात्रों को ज्यादा नंबर और पैसे के लिए कुछ अधिकारियों के साथ एडजस्ट करने की सलाह दी थी, हालांकि वह इन आरोपों से इनकार कर रही हैं, साथ ही एक ऑडियो भी सामने आया है जिसमें ये महिला लेक्चरर ने तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से अपने संबंधों की बात कह रही है। राज्यपाल ने इसी बात पर सफाई देने के लिए प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी, जहां एक उन्होंने महिला पत्रकार लक्ष्मी सुब्रमण्यम के सवाल का जवाब देने के बजाय गाल सहला दिया, जिस पर बवाल मच गया।
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