मध्यप्रदेश के डीजीपी का शर्मनाक बयान, बोले- 'लड़कियों को आजादी के कारण होते हैं अपहरण'
नई दिल्ली। महिलाओं के प्रति अपहरण के मामले आए दिन आते रहते हैं। अपहरण के ऐसे मामलों के लिए मध्यप्रदेश के डीजीपी वीके सिंह ने जो बयान दिया वो अजीब है। उन्होंने अपहरण की घटनाओं के लिए लड़कियों को मिलने वाली आजादी के ही जिम्मेदार बता दिया है। वीके सिंह का ये बयान तब आया जब वे महिला संबंधी अपराधों पर जागरूकता के लिये तीन दिनों के दौरे पर ग्वालियर चंबल में थे।
'लड़की चली जाती है तो शिकायत आती है किडनैप हो गई'
यहां डीजीपी वीके सिंह ने कहा कि- 'एक नया ट्रेंड 363 के रूप में दिख रहा है, लड़कियां स्वतंत्र ज्यादा हो रही हैं, स्कूलों में कॉलेजों में जा रही हैं तो आज के समाज में बढ़ती स्वतंत्रता एक तथ्य है. ऐसे में उनका जो सामना हो रहा है, इंटरेक्शन हो रहा है दूसरे लड़कों के साथ ये भी एक सच्चाई है. ऐसे मामलों में वृद्धि देखने को मिली है कि घर से चली जाती हैं फिर रिपोर्ट होती है किडनैपिंग की'। सिहं के इस बयान के एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है।
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'बढ़ने से पहले अपराध होना ही नहीं चाहिए'
वीके सिंह के इस बयान को लेकर जब प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि- 'अपराध नहीं बढ़ना चाहिये, पहले तो अपराध होना ही नहीं चाहिये। हमारी समीक्षा बैठक में, सरकार की मंशा स्पष्ट कर दी गई कि यदि किसी थाना क्षेत्र में कोई घटना होती है तो वहां के छोटे कर्मी से लेकर बड़े अधिकारी तक ज़िम्मेदार होंगे। हम कसावट करने में लगे हैं हम सब मध्यप्रदेश की जनता की हिफाजत और सुरक्षा के लिये प्रतिबद्ध हैं।'
राज्य में बढ़ रहे अपराध और अपहरण के मामले
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के पास के आंकड़ों की बात करें तो साल 2016 में मध्य प्रदेश में बच्चों के खिलाफ अपराध और अपहरण के 6016 मामले सामने आए हैं। इसमें बड़ी संख्या में लड़कियों के अपहरण के मामले हैं। डीजीपी वीके सिंह के इस बयान को लोग बेहद गैरजिम्मेदार और गलत बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग उनके इस वीडियो पर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।
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