फ्रांस के सबसे चर्चित यौन शोषण मामले में फैसला, 300 बच्चों को शिकार बनाने वाले सर्जन को सुनाई गई सजा
पेरिस। फ्रांस के सबसे बड़े और चर्चित यौन शोषण मामले में आखिरकार पीड़ितों को न्याय मिला है। फ्रांस की एक अदालत ने 300 बच्चों के साथ यौन शोषण करने वाले डॉक्टर को सज़ा सुनाई है। इन बच्चों में अधिकांश वो थे जो अस्पताल में भर्ती थे और डॉक्टर उनका इलाज किया करता था।
312 पीड़तों को बनाया था अपना शिकार
70 वर्षीय जोएल ली स्कोर्नेक (Joel Le Scouarnec) को अदालत ने 4 नाबालिगों के साथ रेप करने और यौन शोषण का दोषी पाया गया था। वहीं अभियोजन पक्ष के वकील ने कहा इस बात के साक्ष्य हैं कि जोएल ने 1986 से 2014 के बीच 312 बच्चों को यौन शोषण का शिकार बनाया था।
जांच के दौरान अभियोजन पक्ष को सर्जन की डॉयरी मिली थी जिसमें उसने बच्चों के साथ सेक्स करने की पूरी जानकारी लिखी थी। हालांकि डॉक्टर का कहना था कि ये सब सिर्फ फैंटेसी थी इसमें कोई सच्चाई नहीं थी।
फ्रांस के सेंटेस शहर में चल रहे ट्रायल के दौरान इसी सप्ताह इस नामी डॉक्टर ने बच्चों के साथ रेप के आरोपों को स्वीकार किया था। जिसके बाद अदालत ने जोएल ली स्कोर्नेक को 15 साल जेल की सजा सुनाई है। तीन बच्चों के पिता ली अगर इस फैसले को चुनौती देते हैं तो उन्हें दोबारा ट्रायल का सामना करना पड़ेगा।
पीड़ितों में एक चार का बच्चा भी
जिन चार पीड़ितों ने ली स्कोर्नेक के खिलाफ मुकदमा लड़ा था उनमें एक चार साल का बच्चा भी था जो उसी अस्पताल में भर्ती था जहां पर ली ने काम किया था। ली को 2005 में चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखने का दोषी पाया गया था। जज इसाबेल फेचॉक्स ने अपने आदेश में कहा कि 2005 में दोषी ठहराए जाने के बावजूद डॉक्टर ने अपराध करना जारी रखा इसलिए उसे सख्त सजा दिया जाना जरूरी है।
पीड़ितों में से एक के वकील ने कहा कि वह फैसले से संतुष्ट हैं। ये एक सही सजा है। कोर्ट में मौजूद वकीलों के मुताबिक अपराधी ली स्कोर्नेक ने कोर्ट में कहा कि वह किसी तरह की दया की उम्मीद नहीं करता है। इस मामले में ट्रायल बंद दरवाजे के पीछे किया गया था। स्कोर्नेक ने कहा कि "मैं कोर्ट से माफी या दया के लिए नहीं कहूंगा केवल मैं फिर से अच्छा आदमी बनना चाहता हूं।"
गुरुवार को जब फैसला सुनाया गया तो स्कोर्नेक के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे जबकि पीड़ितों ने एक दूसरे को गले लगाकर अपनी खुशियों का इजहार किया। स्कोर्नेक के वकील के मुताबिक उसे बहुत पछतावा था। उसने माफी नहीं मांगी क्योंकि वह जानता था कि उसने जो किया है वह अक्षम्य था।
डायरी में लिख रखा एक-एक यौन शोषण की कहानी
स्कोर्नेक को 2017 में आरोपी बनाया गया था जब उनके खिलाफ एक पीड़ित ने बयान दिया था। जिसके बाद जांच के दौरान तीन और मामले भी सामने आए थे। अभियोजकों का कहना है कि जांच के दौरान ली स्कोएर्नेक के घर की तलाशी में डॉक्यूमेंट (डायरी) मिले थे जिसमें यौन उत्पीड़न या बलात्कार के कई मामलों की जानकारी मिली थी। इनमें वयस्कों और बच्चों सहित 312 पीड़ित हैं।
इस डायरी में हर बच्चे के नाम के आगे लिखा गया था कि उसके साथ सर्जन से किस तरह से अपना शिकार बनाया था। जब ये डायरी सामने आई तो अभियोजकों के होश उड़ गए थे। हालांकि स्कोर्नेक ने दावा किया कि डायरी में लिखी बातें सिर्फ कल्पना थीं। पुलिस को डॉक्टर के पास नाबालिगों की 3 लाख से अधिक अश्लील तस्वीरें मिली थीं इनमें दो पीड़ितों की तस्वीर भी थीं।
बेहोशी की हालत में भी बनाया शिकार
जांच के दौरान ये पाया गया कि डॉक्टर ने अस्पताल में भर्ती बच्चों के अकेले होने का फायदा उठाया और उनका शोषण किया। सिर्फ इतना ही नहीं उसके सनकीपने का इंतिहा में ये भी था कि उसने कुछ बड़े बच्चों को ऑपरेशन रूम में शिकार बनाया जब वे सो रहे था या एनेस्थिसिया के असर से बेहोश थे।
डॉक्टर को 2005 में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में चार महीने की सजा सुनाई गई थी। डॉक्टर के मामले में सेकंड ट्रायल की अभी तक कोई तारीख नहीं तय की गई है। बता दें कि अभी 30 अन्य केस ऐसे हैं जो कोर्ट के सामने नहीं आ पाए हैं। इनमें अधिकांश काफी पुराने हैं।