यशवंत सिन्हा बनकर अफसरों को हड़काता था अफजाल चौधरी, क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
पुलिस सूत्रों की मानें तो बीते दिनों अफजाल चौधरी ने बिहार के एक सांसद आरपी एन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के नाम से डीएम और एसएसपी को फोन किया था।
नई दिल्ली। गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को अल्पसंख्यक आयोग के बर्खास्त सदस्य चौधरी अफजाल समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से मर्सडीज कार और पांच मोबाइल व फर्जी नामों पर लिए गए पांच सिम भी बरामद किए गए हैं। लोनी के रहने वाले अफजाल चौधरी को प्रदेश की योगी सरकार ने अल्पसंख्यक आयोग का सदस्य बनाया था। अफजाल का तभी से विरोध हो रहा था। अफजाल के ऊपर सत्ता की हनक दिखाकर भाजपा के पूर्व वित्त मंत्री और एक पूर्व मुख्यमंत्री बनकर फोन पर डीएम-एसएसपी समेत अन्य अफसरों को हड़काने का आरोप है। अफजाल को यूपी के अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य को पद से हटाए जाने के बाद क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया।
पूर्व वित्त मंत्री बनकर करता था अफसरों को फोन
पुलिस सूत्रों की मानें तो बीते दिनों अफजाल चौधरी ने बिहार के एक सांसद आरपी एन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के नाम से डीएम और एसएसपी को फोन किया था। डीएम को फोन कर अफजाल ने मसूरी से जुड़े एक जमीन के विवाद को जल्द खत्म कराने का निर्देश दिया था। यह जमीन गाजियाबाद में तैनात रह चुके एक पूर्व नगर आयुक्त की मां के नाम पर खरीदने का एग्रीमेंट हुआ था। जमीन पट्टे की थी, जिसे पट्टेदारों द्वारा किसी तीसरे पक्ष को बेच दिया गया। वहीं, एसएसपी को फोन कर गिरफ्तार किए गए एक अपराधी को छोड़ने का दबाव बनाया था। शक होने पर फोन नंबरों की पड़ताल की गई तो मामला फर्जी निकला। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई तो अफजाल को बृहस्पतिवार को पद से हटा दिया गया था। इसके बाद पुलिस ने अफजाल और उसके साथी कृष्ण कुमार को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी वैभव कृष्ण ने इसकी पुष्टि की है। दोनों के खिलाफ क्राइम ब्रांच के प्रभारी दिनेश यादव ने केस दर्ज कराया है।
ट्रू कॉलर पर बनाई थी गलत आईडी
एसएसपी ने बताया कि आजकल लोग ट्रू कॉलर पर आने वाले नाम से कॉलर की पहचान करते हैं। अफजाल इसी का फायदा उठाता था। उसने 5 फर्जी नंबर लेकर ट्रू कॉलर पर उसका प्रोफाइल यशवंत सिन्हा, शंकर बघेला व अन्य कई बड़े नेताओं के नाम से बना रखा था। जब वह इन नंबरों से किसी को कॉल करता था, तो सामने वाले को मोबाइल पर नामी लोगों का ही प्रोफाइल दिखता था, ऐसे में वे लोग इसके झांसे में आ जाते थे। पुलिस के अनुसार, अफजाल का ज्यादातर समय मुंबई में बिताता था। वहां उसने कुछ सीरियल और छोटी फिल्मों में पैसा भी लगाया था। पूछताछ में उसने बताया कि सीरियल में रुपये लगाने के बाद कुछ अभिनेताओं से उसकी अच्छी जान-पहचान हो गई थी।
बड़े लोगों से बनाई थी पहचान
लोनी के पावी में रहने वाला अफजाल पूर्व में कांग्रेस में था। कुछ समय पहले ही वह बीजेपी में शामिल हुआ और तेजी से संगठन व संघ में ऊपर तक पैठ बना ली। इसी का फायदा उठाकर वह फरवरी में यूपी अल्पसंख्यक आयोग का मेंबर भी बन गया। पुलिस के अनुसार अफजाल बड़े लोगों के साथ फोटो खिंचवाकर उन्हें फेसबुक वॉल व अपने घर पर लगाता था। बाद में उन फोटो को दिखाकर वह लोगों को कोई भा काम करवाने का झांसा देकर पैसे ऐंठता था। फेसबुक पर उसका फोटो गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, कई बड़े नेताओं, अभिताभ बच्चन, रणबीर कपूर, प्रॉड्यूसर राजकुमार हिरानी, कोरियोग्राफर गणेश आचार्य व अन्य बॉलिवुड हस्तियों के साथ है।
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