SC के एक और पूर्व जज की रंगीनमिजाजी: लॉ इंटर्न के कमर में हाथ डाला और कंधे को चूमा
जज पर भी आरोप लगाने वाली लॉ इंटर्न नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ज्यूडिशियल साइंस, कोलकाता की ही पूर्व छात्रा है। सुप्रीम कोर्ट के जज के खिलाफ दिसंबर 2013 में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जज के व्यवहार से परेशान होकर इंटर्न ने बीच में ही इंटर्नशिप छोड़ दी थी। आरोपी जज का नाम स्वतंत्र कुमार हैं और फिलहाल वह नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के चेयरमैन हैं। अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक, पीड़िता ने बताया, 'इंटर्नशिप के शुरुआती दिनों में जस्टिस स्वतंत्र कुमार से मेरी बातचीत बहुत सीमित रहती थी। वह कभी कभी मुझे और मेरी साथी इंटर्न को फोन करके काम के सिलसिले में अपडेट लेते थे।
पर एक बार हम ऑफिस रूम के गेट से निकल रहे थे। जस्टिस स्वतंत्र कुमार मेरे पीछे थे। दरवाजे के पास उन्होंने मेरी कमर के निचले हिस्से पर हाथ रख दिया। मुझे बहुत अजीब लगा। फिर 28 मई को मुझसे काम में कोई गलती हो गई। मुझे लगा कि मुझे जस्टिस से माफी मांगनी चाहिए। वह अपने ऑफिस रूम में अकेले बैठे हुए थे। मेरे माफी मांगने पर उन्होंने कहा कि मुझे फिक्र करने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने मुझे अपनी डेस्क की तरफ आने को कहा। फिर मुझे बाएं कंधे पर किस किया। मैं हैरान होकर एकदम पीछे हट गई और कमरे से बाहर निकल गई। पीड़िता का कहना है कि जस्टिस गांगुली के खिलाफ शिकायत पहुंचने के बाद उसकी हिम्मत बढ़ी। इसके बाद ही उसने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला लिया।