Chandrayaan 2: 'एकादशी वाले दिन अमेरिका ने लॉन्च किया था अपना मून मिशन इसलिए मिली थी सफलता'
पुणे। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व कार्यकर्ता ने चंद्रयान 2 के परिपेक्ष्य में हंगामा मचाने वाला बयान दे डाला है। आरएसएस के इन कार्यकर्ता की मानें तो अमेरिका का मून मिशन 39वें प्रयास में इसलिए सफल हुआ था क्योंकि उसे एकादशी वाले दिन लॉन्च किया गया था। बयान आया है आरएसएस के पूर्व कार्यकर्ता संभाजी भिड़े की तरफ से और सोमवार को उन्होंने यह टिप्पणी की है। शनिवार को चंद्रयान 2 का ग्राउंड स्टेशन से उस समय संपर्क टूट गया जब चह चांद की सतह के एकदम करीब था।
38 बार नाकाम, 39वें प्रयास में सफल
भिड़े के शब्दों में, अमेरिका ने अपने स्पेसक्राफ्ट को चांद की धरती पर उतारने की 38 कोशिशें की थीं लेकिन वह असफल रहा।' उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इस बात की सलाह दी थी कि समय को मापने के लिए भारतीय सिस्टम में प्रचलित परंपरा एकादशी का पालन करना चाहिए न कि उस सिस्टम को अपनाना चाहिए जिसे वे 38 बार प्रयोग कर चुके हैं। संभाजी भिड़े के बारे में अगर आप नहीं जानते हैं तो आपको बता दें कि वह वर्तमान समय में शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के मुखिया हैं। एक जनवरी 2018 को उन्हें कोरेगांव-भीमा दंगा केस में दोषी माना गया था।लेकिन उन्हें कभी गिरफ्तार नहीं किया गया।
एकादशी पर मिली सफलता
भिड़े ने आगे कहा, 'सबको हैरान करते हुए अमेरिकी वैज्ञानिकों नेअपने स्पेसक्राफ्ट को 39वें प्रयास में चांद पर लैंड कराने में कामयाबी हासिल की जोकि भारतीय सिस्टम पर आधारित था। उन्हें अपने स्पेसक्राफ्ट को चांद पर उतारने में सफलता मिली क्योंकि उन्होंने एकादशी वाले दिन इसे लॉन्च किया था।' अभी तक उनके इस बयान पर किसी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन माना जा रहा है कि भिड़े के बयान पर कई लोगों को आपत्ति हो सकती है। वह खुद भी एक विवादित कार्यकर्ता रहे हैं।
क्या होती है एकादशी
एकादशी हिंदु कैलेंडर की ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहते हैं। यह तिथि मास में दो बार आती है। पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद। पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली एकादशी को शुक्ल पक्ष की एकादशी कहते हैं। इन दोनों प्रकार की एकादशियों का भारतीय सनातन संप्रदाय में बहुत महत्त्व है। हिंदुओं के अलावा जैन संप्रदाय के लोग भी एकादशी का पावन तिथि के तौर पर देखे हैं।
कौन हैं संभाजी भिड़े
संभाजी को अक्सर विवादित बयानों के लिए जाना गया है। एक बार उन्होंने नासिक में बयान दिया था और कहा था, 'आम बहुत ताकतवर और पौष्टिक होते हैं। कुछ महिलाएं जिन्होंने मेरे बगीचे के आम खाए, उन्होंने बेटों को जन्म दिया है।' भिड़े खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुरु भी कहते आए हैं।