RBI के पूर्व गवर्नर बोले- 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सवाल ही नहीं
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नई दिल्ली। आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को पिछले हफ्ते बड़ा झटका लगा था जब देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक रिपोर्ट जारी किया था जिसके मुताबिक, दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ घटकर 4.2 फीसदी रहने का अनुमान है। साथ ही वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीडीपी का अनुमान 6.1 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। दूसरी तरफ, मोदी सरकार लगातार 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचने की बात कर रही है। इन सबके बीच भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी. रंगराजन का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है।
2025 में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सवाल ही नहीं- रंगराजन
सी. रंगराजन ने कहा कि मौजूदा विकास दर से 2025 में 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सवाल ही नहीं है। दूसरे कार्यकाल में पद संभालने के तुरंत बाद मोदी सरकार ने अगले पांच सालों में अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए इसे हासिल करना मुश्किल लग रहा है। आर्थिक विकास दर की रफ्तार धीमी हो रही है वित्त वर्ष 2016 के 8.2 फीसदी के मुकाबले वित्त वर्ष 2019 में विकास दर 6.8 फीसदी पर आ गई है।
अर्थव्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं- रंगराजन
जहां पहली तिमाही की वृद्धि छह साल के निचले स्तर 5 प्रतिशत पर पहुंच गई, वहीं दूसरी तिमाही के लिए पूर्वानुमान 4.3 फीसदी है। सी. रंगराजन ने कहा कि आज हमारी अर्थव्यवस्था 2.7 ट्रिलियन के बारे में डॉलर है और हम अगले पांच सालों में इसे दोगुना यानी 5 ट्रिलियन डॉलर करने की बात कर रहे हैं। इसे हासिल करने के लिए 9 फीसदी की सालाना दर से जीडीपी बढ़ने की जरूरत है। ऐसे में 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचने का सवाल ही नहीं है।
आप दो साल गंवा चुके हैं- पूर्व RBI गवर्नर
एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे सी रंगराजन ने कहा कि आप दो सवाल गंवा चुके हैं और इस साल विकास दर 6 फीसदी से नीचे रहने वाली है जबकि अगले साल ये करीब सात फीसदी रहने वाली है। इसके बाद ही अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ सकती है। उन्होंने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गई तो देश में प्रति व्यक्ति आय मौजूदा 1800 डॉलर से बढ़कर 3600 डॉलर हो जाएगी। बावजूद इसके हम, निम्न मध्यम आय वर्ग वाले देशों की कैटेगरी में ही रहेंगे।