क्यों दिल्ली के लिए रवाना हुई हैं डॉक्टर कलाम की 1000 किताबें?
नई दिल्ली। गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति और 'मिसाइलमैन' के नाम से आज भी युवाओं में लोकप्रिय डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के परिवार वालों ने उनकी कुछ व्यक्तिगत चीजें दिल्ली सरकार को सौंप दीं।
दिल्ली के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री कपिल मिश्रा को ये सभी चीजें सौंपी गई हैं। डॉक्टर कलाम की यह चीजें उनके नाम पर दिल्ली में बनने वाले नॉलेज सेंटर में रखी जाएंगी जिसका वादा दिल्ली सरकार की ओर से किया गया था।
ड्रामे के बाद भी पूरा हुआ डॉक्टर कलाम का एक सपना
क्या-क्या सामान पहुंचेगा दिल्ली
तमिलनाडु में रामेश्वरम स्थित उनके घर पर हुए एक सादे समारोह में उनके 99 वर्षीय बड़े भाई एपीजे ए मराईकायार ने कपिल मिश्रा और उनकी टीम को डॉक्टर कलाम का कुछ सामान सौंपा।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने वादा किया था कि वह डॉक्टर कलाम के सम्मान में यहां पर एक नॉलेज सेंटर स्थापित करेगी।
जो चीजें नॉलेज सेंटर में होंगी उनमें डॉक्टर कलाम की करीब 1000 किताबें, उनके पेन, उनका वह सूट जिसे वह अक्सर जब देश के राष्ट्रपति थे तो पहनते थे, पेंटिग्स, कुछ संस्मरण, शॉल के साथ ही उनके भाषणों की कुछ डिजिटल कॉपिज शामिल हैं।
जब 'मिसाइलमैन' मिले 'म्यूजिकलमैन' से
खुश है डॉक्टर कलाम का परिवार
हाउस ऑफ कलाम के प्रवक्ता ने जानकारी की दी डॉक्टर कलाम का परिवार इस ताजे घटनाक्रम से काफी खुश है। डॉक्टर कलाम के परपोते सलीम ने बताया कि दिल्ली से बुधवार को उनकी चीजें रामेश्वरम से निकली हैं।
एक हफ्ते में यह सामान राजधानी दिल्ली पहुंच जाएंगा। इस वर्ष 27 जुलाई को डॉक्टर कलाम के निधन को एक वर्ष हो जाएंगे।
नॉलेज सेंटर के लिए परिवार ने की थी मांग
दिल्ली स्थित यह नॉलेज सेंटर इस वर्ष जुलाई से शुरू हो जाएगा। इसकी अंतिम तारीख बाद में घोषित होगी। सलीम का कहना है कि दिल्ली सरकार के इस प्रयास वे लोग काफी खुश हैं।
सलीम के मुताबिक सरकार का यह कदम काफी युवाओं को प्रेरित कर सकता है। दिल्ली के आईएएन में दिल्ली हाट में यह नॉलेज सेंटर होगा।
डॉक्टर कलाम के परिवार की ओर से दिल्ली सरकार को एक चिट्ठी लिखकर इस वर्ष नॉलेज सेंटर की मांग की गई थी। डॉक्टर कलाम के प्राइवेट सेक्रेटरी रहे आरके प्रसाद ने कहा कि यह काफी सकारात्मक कदम है और वह इससे काफी खुश हैं।