पूर्व सांसद और बाबरी मामले में वादी रहे सैयद शहाबुद्दीन का बीमारी के कारण निधन
IFS अधिकारी रहे सैयद शहाबुद्दीन बाबरी मामले में वादी थे, साथ ही वो 1979-1996 तक सांसद थे।
नई दिल्ली। सेवानिवृत्त भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी, पूर्व सांसद और ऑल इंडिया बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के नेता सैयद शहाबुद्दीन का निधन शनिवार (4 मार्च) सुबह उत्तर प्रदेश स्थित नोएडा के एक अस्पताल में हो गया।
4 नवंबर 1935 को झारखंड में जन्में सैयद के माता पिता निजामुद्दीन और सकीना बानो थे। 82 वर्ष के रहे सैयद के दामाद और IFS से सेवानिवृत्त अधिकारी अफजल अमानुल्लाह ने जानकारी दी कि सैयद सांस लेने की तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती थे लेकिन शनिवार सुबह करीब 5:30 पर उनका निधन हो गया। उन्हें आज यहां जोहर नमाज के बाद करीब 1.30 बजे सुपुर्दे-ए-खाक किया जाएगा।
झारखंड की राजधानी रांची से कद्दावर नेता रहे सैयद 1979-1996 तक सांसद थे। साथ ही सर्वोच्च न्यायालय में वकील रहे सैयद बाबरी मस्जिद मामले में विपक्षी थे। शहाबुद्दीन ने साल 2012 में मुस्लिम मतदाताओं से संबंधित मुद्दों पर गुजरात के तात्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखकर चर्चा में थे। अपने इस पत्र के लिए सैयद को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
शहाबुद्दीन विदेश मंत्रालय में दक्षिण-पूर्व एशिया, हिंद महासागर और प्रशांत के संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं।
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