अवैध तरीके से भारत में घुसना चाह रहे थे मालदीव के पूर्व उपराष्ट्रपति, भेजा गया वापस
नई दिल्ली। मालदीव के पूर्व उपराष्ट्रपति, अहमद अदीब अब्दुल गफूर, जो गुरुवार को बिना किसी वैध दस्तावेजों के एक मालवाहक जहाज के जरिए भारत में प्रवेश करना चाहते थे लेकिन कोस्ट गार्ड ने उन्हें वापस भेज दिया है। गफूर एक मालवाहक जहाज के जरिए तमिलनाडु के तूतीकोरिन पहुंचे हुए थे लेकिन चेकिंग के दौरान कोस्ट गार्ड ने उनके पकड़ लिया। उसके बाद चेकिंग में पता चला कि उनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है जिसके बाद वापस भेज दिया गया है।
तमिलनाडु पुलिस ने बताया है कि अहमद अदीब मालदीव में अपने जीवन के लिए खतरा होने का हवाला देते हुए भारत में शरण लेने की योजना बना रहा था। क्योंकि गफूर पर कथितरूप से भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमे का सामना करना पड़ रहा है। गफूर मालदीव में नजरबंद होकर रहने को मजबूर हैं। तूतीकोरिन पुलिस की माने तो गफूर की हिरासत में ले लिया गया था। बाद में उनको वापस जाने के लिए बोल दिया गया है। वहीं इस मामले में केंद्र सरकार की पहले की सूचना के अनुसार मालदीव के नागरिक के पास वैध दस्तावेज नहीं थे।
इसके बाद ही उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया था। सरकार ने कहा कि ऐसे प्रवेश बिंदु हैं जिनके माध्यम से विदेशियों को भारत में प्रवेश की अनुमति है लेकिन उसके लिए वैध दस्तावेज होने चाहिए। लेकिन इस मामले में वैध दस्तावेज ही नहीं थे इसलिए भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। बता दें कि अहमद अदीब साल 2015 में मालदीव के सबसे कम उम्र के उपराष्ट्रपति बने थे।
उसी साल उन्हें राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को निशाना बनाकर हुए बम हमले के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद जेल भी जाना पड़ा। लेकिन इसके अलावा उन पर भ्रष्ट्राचार के एक दूसरे मामले का भी सामना करना पड़ा। जिसमें उनको डर है कि उनके उपर हमला किया जा सकता है और जान भी जा सकती है। इसीलिए वो मालदीव से बाहर शरण लेना चाहते हैं।
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