सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बोले- जनरल रावत ने कश्मीर को बनाया जलियांवाला बाग
नई दिल्ली। सु्प्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्केंडेय काटजू ने विवादित बयान देते दो दिन पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सेना और आम नागरिकों के बीच हुई झड़प और सात लोगों की मौत की तुलना जलियांवाला नरसंहार से तुलना की है। काटजू ने जनरल बिपिन रावत को तुलना भी जनरल डायर से कर दी है। बता दें कि जनरल डायर ने ही 1919 में जलियांवाला बाग में गोलियां चलाने के आदेश दिया था।
काटजू ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सात नागरिकों की मौत पर सोशल मीडिया पर लिखा, 'बधाई हो जनरल रावत, जिसके जवानों ने कश्मीर के पुलवामा में 7 नागरिकों को जलियांवाला बाग और माय लाई नरंसहार की तरह मार दिया।' काटजू ने कहा कि सभी भारतीय अधिकारियों और सैनिकों को भारत रत्न मिलना चाहिए।
काटजू के इस बयान के बाद चारों तरफ से आलोचना हो रही है। हालांकि, उन्होंने अपनी सफाई में भी वही बात कही है कि उन्होंने कुछ भी गलत कहा है और जो भी कहा है वह देश के हित में कहा है।
काटजू ने कहा, 'कश्मीर के पुलवामा में इंडियन आर्मी की मेरी निंदा को लेकर कई लोग मेरी आलोचना कर रहे हैं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि यह सब पब्लिसिटी के लिए नहीं कर रहा हूं। यहां तक कि अक्सर जो मैं लिखता हूं, वह मुझे अलोकप्रिय बनाता है। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मुझे लगता है कि जो सच्च है और जो मेरे देश के हित में है वो मैं बोलूंगा। मैं लोकप्रियता और प्रचार के चक्कर में सस्ती अशिष्टता कभी नहीं करता हूं। साथ ही मैं 'मेरी आर्मी सही और गलत' जैसी भाषणबाजी में विश्वास नहीं करता हूं।
काटजू ने आगे कहा जहां सेना गलत है, इसकी निंदा की जानी चाहिए। सैनिक जो अत्याचार करते हैं वे पूरी सेना के लिए अपमान करते हैं। वे सैनिक नहीं हैं, लेकिन गुंडे हैं और उन्हे इसके लिए कठोर दंड मिलना चाहिए।