26//11: ‘लोग हमारे थे लेकिन ऑपरेशन हमारा नहीं था’
इस्लामाबाद। पाकिस्तान हमेशा मुंबई हमलों में अपनी भूमिका को लेकर टाल-मटोल वाले जवाब देता आया है। कभी उसका नजरिया इंकार तो कभी इकरार वाला ही रहता है। लेकिन अब पाकिस्तान इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के पूर्व मुखिया शुजा पाशा ने खुद ही पाकिस्तान की पोल खोल दी है। शुजा ने अमेरिका में पाक के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी की नई किताब में इन हमलों के बारे में एक नया खुलासा किया है।
हाफिज सईद से लेकर पाक की पोल खोली हेडली ने
क्या कहा है शुजा ने
पूवर् राजदूत हुसैन हक्कानी ने एक किताब लिखी है। 'इंडिया VS पाकिस्तान: वाई कांट वी जस्ट बी फ्रेंड्स' नामक इस किताब में शुजा ने कुबूल किया है कि मुंबई में 26//11 आतंकी हमलों की साजिश में पाकिस्तान के फॉर्मर आर्मी ऑफिसर्स और इंटेलीजेंस अधिकारी शामिल थे। हक्कानी ने शुजा के हवाले से लिखा है कि 26/11 हमलों की योजना बनाने वाले लोग पाकिस्तान से थे लेकिन ऑपरेशन को किसी और ने अंजाम दिया था।
हमलों के बाद हक्कानी और पाशा की मुलाकात
हुसैन हक्कानी ने अपनी किताब में शुजा पाशा से बातचीत के कुछ अंशों को भी शामिल कियाहै। हक्कानी और पाशा की मुलाकात दिसंबर 2008 में अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन स्थित एंबेसडर आवास में हुई थी। इसी मुलाकात के दौरान पाशा ने कहा, 'लोग हमारे थे, लेकिन ऑपरेशन हमारा नहीं था।'
पाक ने नहीं की कोई कार्रवाई
हक्कानी ने लिखा है कि कि पाशा ने इस बात की भी जानकारी दी थी कि आतंकी हमले की साजिश में पाकिस्तान आर्मी और इंटेलीजेंस एजेंसियों के फॉर्मर ऑफिसर्स भी शामिल थे। हक्कानी सारे सबूत होने के बावजूद पाकिस्तान सरकार ने कभी भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इस मामले में भारत ही नहीं, अमेरिका ने भी सबूत दिए थे।