बाइचुंग भूटिया ने नागरिकता संशोधन बिल को बताया खतरनाक, कहा- नहीं होने देंगे सिक्किम में लागू
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के द्वारा लाए जा रहे नागरिकता संशोधन बिल का सभी विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं। अब इस बिल के विरोध में भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया भी आ गए हैं। फुटबॉलर से नेता बने बाइचुंग भूटिया का कहना है कि हमारी पार्टी इस बिल का विरोध करेगी, भले ही अभी सिक्किम इस बिल से सीधे प्रभावित ना हो रहा हो लेकिन लंबे समय के लिए ये बिल खतरनाक साबित हो सकता है।
बाइचुंग भूटिया ने कहा कि वो इस बिल के खिलाफ हैं और इस मामले पर वो पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखेंगे। साल 2018 में हमारो सिक्किम पार्टी बनाने वाले भूटिया ने कहा कि नागरिक संशोधन बिल सिक्किम के लोगों के हक में नहीं है। उनका कहना है कि सिक्किम में आर्टिकल 371(F) है जो सिक्किम सब्जेक्ट एक्ट है। ऐसे में भूटिया का मानना है कि नागरिक संशोधन बिल की जगह सिक्किम सब्जेक्ट एक्ट के मुद्दे पर आगे बढ़ना चाहिए।
क्या है इस बिल में
भारत के पूर्वोत्तर में इस नागरिकता संशोधन विधेयक का व्यापक रूप से विरोध होता रहा है जिसका उद्देश्य पड़ोसी देशों पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान और बांग्लादेश से गैर-मुसलमान अवैध प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए नियमों में ढील देने का प्रावधान है। दरअसल सदन में इसे पारित करवाने का यह सरकार का दूसरा प्रयास है। इससे पहले भी मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान इसी वर्ष 8 जनवरी को यह लोकसभा में पारित हो चुका है।
नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध क्यों?
वैसे तो नागरिकता संशोधन विधेयक पूरे देश में लागू किया जाना है लेकिन इसका विरोध पूर्वोत्तर राज्यों, असम, मेघालय, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में हो रहा है क्योंकि ये राज्य बांग्लादेश की सीमा के बेहद क़रीब हैं। इन राज्यों में इसका विरोध इस बात को लेकर हो रहा है कि यहां कथित तौर पर पड़ोसी राज्य बांग्लादेश से मुसलमान और हिंदू दोनों ही बड़ी संख्या में अवैध तरीक़े से आ कर बस जा रहे हैं। विरोध इस बात का है कि वर्तमान सरकार हिंदू मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की फिराक में प्रवासी हिंदुओं के लिए भारत की नागरिकता लेकर यहां बसना आसान बनाना चाहती है।