छोटे कद की बड़े दिल वाली विदेश मंत्री जिसने ट्विटर पर हमेशा जीता लोगों का दिल
नई दिल्ली। दिग्गज भाजपा नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का देर शाम दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वे 67 वर्ष की थीं। सुषमा स्वराज ऐसी लोकप्रिय नेता थीं जिन्होंने सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाया। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए कई लोगों तक सीधी मदद पहुंचाई। खास तौर से मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जब उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया तो उन्होंने ट्विटर के जरिए हमेशा लोगों का दिल जीता। यही वजह है कि जैसे ही उनके निधन की खबर आई उनके समर्थकों दुख की लहर दौड़ गई।
67 वर्ष की उम्र में सुषमा स्वराज का निधन
सुषमा स्वराज अकसर ट्विटर पर सक्रिय रहती थीं। चाहे कोई भारतीय हो या फिर विदेश का रहने वाला हो, वो सभी की मदद के लिए हरदम तैयार रहती थीं। उन्होंने सोशल मीडिया साइट ट्विटर के माध्यम से हजारों लोगों की मदद की। ये उनकी ट्विटर पर सक्रियता ही थी कि विदेश में रह रहे कई भारतीयों को बड़ी आसानी से वीजा मिल गया। पूर्व विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह के साथ मिलकर उन्होंने कई बड़े ऑपरेशनों को अंजाम दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सुषमा स्वराज के इस तरह से सक्रिय रहने की जमकर तारीफ करते।
ट्विटर पर रहती थीं बेहद सक्रिय
सुषमा स्वराज ट्विटर पर किस कदर सक्रिय थी इसका पता कुछ घटनाओं से चल जाएगा। दरअसल, अप्रैल 2019 में रियाद में फंसे दो भारतीयों ने ट्विटर पर सुसाइड की धमकी दी थी इस पर सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर दोनों भारतीयों को मदद का भरोसा दिया। एक भारतीय अमेरिका में था तो दूसरा सऊदी अरब में। सऊदी अरब के रियाद में फंसे शख्स ने भारतीय दूतावास से मदद मांगी थी कि वो भारत वापस आना चाहता है। मदद न मिलने की शर्त पर उसने सुसाइड की बात कही थी। सुषमा स्वराज ने फौरन प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया और लिखा- 'खुदकुशी के बारे में नहीं सोचते, हम हैं न। हमारी दूतावास आपकी मदद करेगी। इतना ही नहीं उन्होंने ट्वीट में रियाद स्थित भारतीय दूतावास को टैग कर मामले की रिपोर्ट भी मांगी थी।
जब सुषमा ने लिखा- 'निश्चिंत रहिए- ये मैं हूं, मेरा कोई भूत नहीं'
इससे पहले भी सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर संकट भरे मैसेज भेजने वाले भारतीयों की लगातार मदद की थी। उन्होंने अमेरिका में एक भारतीय नागरिक की मदद की थी जो अपनी शादी के लिए यात्रा करने से कुछ दिन पहले वाशिंगटन में अपना पासपोर्ट खो चुका था। ऐसा ही एक मामला 31 मार्च को भी सामने आया जब विदेश मंत्री रहते हुए सुषमा स्वराज को कहना पड़ा, 'मैं हूं मेरा भूत नहीं!' दरअसल, 31 मार्च को ट्विटर पर सुषमा स्वराज के एक जवाब पर एक यूजर ने ट्वीट किया कि 'निश्चित तौर पर ये ट्वीट्स सुषमा स्वराज नहीं कर रहीं, बल्कि यह काम कोई पीआर में लगा इंसान कर रहा, जिसके लिए उसे पैसे मिलते होंगे।' सुषमा ने इस बात पर उसे जवाब दिया था कि- 'निश्चिंत रहिए- ये मैं हूं, मेरा कोई भूत नहीं।'