पूर्व क्रिकेटर वीबी चंद्रशेखर का दिल का दौरा पड़ने से निधन
नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर वीपी चंद्रशेखर का गुरुवार को उनके घर पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। 57 वर्षीय वीपी चंद्रशेखर ने भारत की ओर से सात वनडे मैच खेले थे, वह अपनी आक्रामक बैटिंग शैली के लिए जाने जाते थे। उन्होंने टीम इंडिया का उन्होंने ना सिर्फ उच्च स्तर पर प्रतिनिधित्व किया बल्कि राज्य की घरेलू क्रिकेट में भी उन्होंने विशेष योगदान दिया था। वह बेहतरीन सेलेक्टर, कोच और कमेंटेटर भी थे। 1988 में ईरानी ट्रॉफी के दौरान वीबी की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी थी, जब उन्होंने चिदंबरम स्टेडियम में 56 गेदों पर 100 रन ठोक दिए थे।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वीबी की यह किसी भी भारतीय द्वारा सबसे तेज पारी थी, उनके बाद रिषभ पंत ने उनके रिकॉर्ड को तोड़ा था और 2016 में रणजी ट्रॉफी में 48 गेदों पर शतक जड़ दिया था। वीबी ने ऐसे में दौर में विस्फोटक बल्लेबाजी का अंदाज दिखाया था, जब पिंच हिटिंग इतनी लोकप्रिय नहीं थी। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 1987-88 में तमिलनाडु की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
वीबी के निधन पर पूर्व क्रिकेटर श्रीकांत ने कहा कि यह काफी चौंकाने वाली खबर है, मैंने उनके साथ कई मौकों पर ओपनिंग बल्लेबाजी की है, उनसे काफी वर्षों तक मेरी अच्छी दोस्ती थी। कमेंट्री बॉक्स में भी उनके साथ मैंने काफी समय बिताया है। वह काफी धार्मिक व्यक्ति थे, उनकी मृत्यु की खबर को पचा पाना काफी मुश्किल हो रहा है। चेपक में बेहतरीन पारी के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। वीबी पूरी तरह से शाकाहारी थे।
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