न्याय व्यवस्था को लेकर पूर्व CJI की टिप्पणी हम सभी के लिए चिंताजनक: शरद पवार
पुणे। भारतीय न्याय व्यवस्था को लेकर रविवार को दिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के बयान के बाद अब नया विवाद खड़ा हो गया है। विपक्ष ने पूर्व सीजेआई की टिप्पणी का हवाला देते हुए केंद्र सरकार को आडे़ हाथ लिया है। इसी क्रम में रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार ने कहा कि राज्यसभा सांसद और भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का न्यायिक प्रणाली पर बयान चौंकाने वाला था और यह सभी के लिए चिंता का कारण बन गया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोगों के अधिकारों और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा के लिए न्यायपालिका की सराहना करने के एक हफ्ते बाद गोगोई ने न्यायिक प्रणाली की आलोचना करते हुए कहा कि भारत में न्यायपालिका बंधी हुई स्थिति में है। यह कदर जर्जर हो चुकी है कि लोग अदालत जाकर पछताने लगते हैं। अदालतें अब आम आदमी की पहुंच से दूर हो गई हैं, अब सिर्फ धनी और कॉर्पोरेट वर्ल्ड के लोग ही कोर्ट का रुख करना चाहते हैं।
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सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई की बातों को चिंताजनक बताते हुए शरद पवार ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के जजों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री मोदी एक बयान दिया था जिसे मैंने पिछले हफ्ते पढ़ा था। पीएम ने कहा था कि देश की न्यायिक प्रणाली सबसे अच्छी है। जाहिर है हम सभी इसे लेकर खुश थे लेकिन पूर्व CJI और संसद में केंद्र सरकार द्वारा नामित सांसद रंजन गोगोई की टिप्पणी चौंकाने वाली है। पवार ने पुणे में संवाददाताओं से बात करते हुए आगे कहा, मुझे नहीं पता कि क्या, एक तरह से उन्होंने (गोगोई) सच्चाई को सामने लाने की कोशिश की, लेकिन यह निश्चित रूप से सभी के लिए चिंता का विषय है।