ईवीएम में गड़बड़ी के सवाल पर क्या बोले पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत
नई दिल्ली। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा है कि ईवीएम पर जिस तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं, उनको वो सही नहीं मानते हैं। वहीं स्ट्रॉंग रूम से ईवीएम के बदले जाने के आरोपों को भी उन्होंने नकार दिया। रावत ने कहा कि ईवीएम को टैम्पर्ड नहीं किया जा सकता, वहीं ईवीएम की सिक्योरिटी की प्रोटोकॉल भी काफी सख्त होता है। स्ट्रॉंग रूम को तभी खोला जाता है, जब सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद होते हैं।
ओपी रावत ने बताया है कि जब ईवीएम को पोलिंग के लिए तैयार किया जाता है तो मॉक पोल होता है। सभी उम्मीदवारों की ओर से एजेंट मौजूद रहते हैं, सबके देख लेने के बाद ही वोटिंग शुरू होती है। रावत ने बताया कि ईवीएम की इंटरनेट से कोई कनेक्टिविटी नहीं हो सकती, ना तो ये केबल से जुड़ा है इसमें बिजली का कनेक्शन भी नहीं लगाते।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के चंदौली, गाजीपुर सहित देश के कई राज्यों में ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं। सोशल मीडिया पर ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम से शिफ्ट करने के कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि बिना किसी सुरक्षा के ईवीएम से भरी गाड़ी को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाया जा रहा है। करीब-करीब हर शहर में स्ट्रॉंग रूम के बाहर दलों के लोग पहरा देते देखे जा रहे हैं। विपक्ष के करीब-करीब सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने भी ईवीएम को लेकर संशय जाहिर किया है और इस पर अविश्वास जताया है। ऐसे में ईवीएम को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
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