अफगानिस्तान के पूर्व राजदूत ने पानीपत फिल्म को लेकर जताई चिंता, संजय दत्त से कही ये बात
नई दिल्ली। पानीपत फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से सराहना और आलोचना दोनों बटोर रहा है। आशुतोष गोवारिकर की आने वाली इस फिल्म के लिए सिनेमा जगत के लोग शुभकामनाएं दे रहे हैं। वहीं कुछ लोग ट्विटर पर फिल्म की तुलना बाजीराव मस्तानी और पदमावत से कर रहे हैं। फिल्म के जिस किरदार को लेकर विवाद छिड़ गया है, वो है अहमद शाह अब्दाली का किरदार।
अब भारत में अफगानिस्तान के राजदूत रह चुके डॉक्टर शाइदा अब्दाली ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए फिल्म को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। पानीपत फिल्म पानीपत की तीसरी लड़ाई पर आधारित एक फिल्म है। ये लड़ाई 14 जनवरी, साल 1761 में अफगानिस्तान के शासक अहमद शाह अब्दाली और मराठा साम्राज्य के बीच पानीपत के मैदान में हुई थी। लड़ाई काफी दिनों तक चली थी।
लड़ाई में अहमद शाह अब्दाली ने मराठा योद्धाओं को हरा दिया था और लड़ाई के अगले दिन 40 हजार मराठा कैदियों की हत्या कर दी थी। पानीपत की तीसरी लड़ाई भारत के इतिहास में अब तक के सबसे महत्वपूर्ण युद्ध में से एक है।
अफगानिस्तान के पूर्व राजदूत ने किया ट्वीट
आशुतोष गोवारिकर की इस फिल्म में संजय दत्त भयावह और निर्दयी अहमद शाह अब्दाली का किरदार निभा रहे हैं। अब फिल्म में अहमद शाह अब्दाली के किरदार को लेकर बहस छिड़ गई है। अफगानिस्तान के पूर्व राजदूत ने संजय दत्त के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा है, 'संजय दत्त जी: ऐतिहासिक रूप से, भारतीय सिनेमा भारत-अफगान संबंधों को मजबूत करने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है- मुझे काफी उम्मीद है कि फिल्म "पानीपत" ने हमारे साझा इतिहास के इस महत्वपूर्ण तथ्य को ध्यान में रखा होगा।'
अहमद शाह अब्दाली के किरदार पर विवाद
भारत में वर्तमान अफगानिस्तान के राजदूत ताहिर कादरी ने भी अफगानिस्तान की समाचार एजेंसी से बात करते हुए कुछ ऐसी ही चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है, 'हम भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं और उनके साथ अफगानियों की चिंता को जाहिर किया है।' नई दिल्ली में अफगान दूतावास में सांस्कृतिक अटेंडेंट अजमल आलमजाई ने कहा है कि उन्हें फिल्म के बारे में दो साल पहले ही पता चला था। उन्होंने कहा है, 'हमने फिल्म के निर्देशक को हमारे साथ सिनेरियो साझा करने के लिए ईमेल किया था लेकिन उन्होंने साझा नहीं किया। हमने कई बार निर्देशक से संपर्क करने की कोशिश भी की, लेकिन हम नाकाम रहे।'
बता दें अफगानिस्तान के अधिकारी फिल्म में अहमद शाह अब्दाली के किरदार को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं। आज के समय में भारत और अफगानिस्तान के रिश्ते बहुत ही अच्छे हैं। अब माना जा रहा है कि असंवेदनशील तरीके से अब्दाली का चित्रण इस रिश्ते पर प्रभाव डाल सकता है। ऐसा लगता है कि शाइदा अब्दाली भी इसी बात से चिंतित हैं। इससे पहले बीते साल रिलीज हुई फिल्म पदमावत में अलालुद्दीन खिलजी की भूमिका ने भी कई इतिहासकारों को हैरान कर दिया था। अब पानीपत का ट्रेलर आने के बाद भी ऐसा ही लग रहा है।
अर्जुन और कृति का किरदार
फिल्म के अन्य किरदारों की बात करें तो अर्जुन कपूर मराठा योद्धा सदाशिव राव भानु का किरदार निभा रहे हैं और अभिनेत्री कृति सेनन सदाशिव की पत्नी पार्वती बाई के किरदार में दिखाई देंगी। ट्रेलर में दिखाई दे रहा है कि सदाशिव भाअु युद्धभूमि पर अहमद शाह अब्दाली के साथ बहादुरी से लड़ते हैं। हालांकि ट्रेलर से ये साफ नहीं हो पाया है कि पानीपत की तीसरी लड़ाई किसने जीती थी। इससे पहले आशुतोष गोवारिकर ने जोधा अक्बर फिल्म का निर्देशन भी किया था। जो मुगल बादशाह अकबर के जीवन पर आधारित थी। निर्देशक ने वर्तमान में फिल्म को लेकर चल रहे विवाद पर अभी तक कुछ भी नहीं कहा है। पानीपत फिल्म 6 दिसंबर को रिलीज होगी।
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