भारतीय सैनिकों के सम्मान में इंग्लैंड में लगाई गई प्रतिमा, जानें क्यों है ये खास?
लंदन। रविवार को इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र में स्मेथविक शहर में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान लड़ाई लड़े भारतीय सैनिकों के सम्मान में एक प्रतिमा का अनावरण किया गया है। गुरु नानक गुरुद्वारा स्मेथविक ने 'Lions of the Great War' (युद्ध के महान शेर) के नाम से एक मूर्ति बनवाई है जिसे एक सिख सैनिकी के रूप में दर्शाया गया है। मुर्ति को पगड़ी पहनाई गई है और बंदूक भी थमाया गया है।
क्यों खास है यह मूर्ति?
इस मुर्ति निर्माण युद्धों और अन्य संघर्षों में ब्रिटेन के लिए लड़े सभी लाखों दक्षिण एशियाई जवानों की ओर से दिए गए बलिदानों के सम्मान के लिए किया गया है। गुरु नानक गुरुद्वारा स्मेथविक के अध्यक्ष जतिंदर सिंह ने कहा कि हमें उन सभी बहादुर पुरुषों के बलिदान पर गर्व है। इसके साथ-साथ स्मेथविक हाई स्ट्रीट पर स्मारक बनाने पर भी गर्व है। जिन्होंने हजारों की मील की यात्रा कर लड़ने के लिए पहुंचे हुए थे।
|
कितनी मीटर ऊंची है यह मूर्ति?
इस मूर्ति की ऊंचाई तीन मीटर है और यह पूरी तरह से कांस्य से बनी हुई है। इस मूर्ति का अनावरण प्रथम विश्व युद्ध के 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया गया है। गुरुद्वारा और स्थानीय सैंडवेल काउंसिल के सहयोग से स्मेथविक शहर में हाई स्ट्रीट और टोलहाउस वे के बीच में इस मूर्ति को स्थापित किया गया है। इस मूर्ति की डिजाइन स्थानीय वेस्ट मिडलैंड्ंस कलाकार ल्यूक पेरी ने तैयार किया है। यह मूर्ति ग्रेनाइट से बने चबूतरे पर स्थापित की गई है।
गुरुद्वारा ने दान किए 20,000 पौंड
जानकारी के मुताबिक इस मूर्ति के निर्माण के लिए गुरुद्वारा ने 20,000 पौंड का दान दिया है। जबकि सैंडवेल काउंसिल के साथ मिलकरस्मारक के पास बैठने और वहां प्रकाश की व्यवस्था भी किया है। सैंडवेल काउंसिल के नेता स्टीव एलिंग ने कहा, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने देश के लोगों द्वारा किए गए बलिदानों को याद रखें।