पूर्व फुटबॉलर महताब हुसैन ने भाजपा ज्वाइन करने के एक दिन बाद छोड़ दी राजनीति
नई दिल्ली। मंगलवार को कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए पूर्व भारतीय फुटबॉलर महताब हुसैन ने बुधवार को राजनीति ये दूर होने का ऐलान कर दिया। कोलकाता के रहने वाले हुसैन ने पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की मौजूदगी में राज्य मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ली थी लेकिन 24 घंटे से भी कम वक्त में उन्होंने ऐलान कर दिया कि वो राजनीति से दूर हो रहे हैं और ये उनका निजी फैसला है।
महताब हुसैन ने क्या कहा
महताब हुसैन ने बुधवार को कहा, आज से मैं किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा हूं। किसी ने भी यह फैसला लेने के लिये मुझ पर दबाव नहीं डाला। राजनीति से दूर रहने का फैसला पूरी तरह से मेरा व्यक्तिगत फैसला है। मैं अपने लोगों के साथ रहना चाहता था इसलिये मैंने राजनीति का रुख किया। मैं राजनीति में आकर जिन लोगों की सेवा करना चाहता था, उन लोगों ने कहा कि मुझे राजनीति से नहीं जुड़ना चाहिए। वे मुझे राजनीतिज्ञ के तौर पर नहीं देखना चाहते थे। हुसैन ने ये भी कहा कि कहा कि उनके राजनीति से जुड़ने के फैसले से पत्नी और बच्चे भी खुश नहीं थे इसलिए फैसला बदल दिया।
भाजपा ने कहा- हुसैन को टीएमसी ने धमकाया
भारतीय जनता पार्टी ने महताब हुसैन के राजनीति छोड़ने के ऐलान के बाद कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की वजह से ऐसा किया है। भाजपा नेता सयतन बसु ने कहा, यह टीएमसी की डराने और धमकाने की राजनीति का नतीजा है। हमनें यह चीजें पहले भी देखी हैं। बता दें कि मंगलवार को भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुरलीधर सेन लेन स्थित दफ्तर में हुसैन को भाजपा का झंडा थमाते हुए सदस्यता दिलाई थी।
फुटबॉल में रहा है लंबा करियर
कोलकाता के 34 साल के महताब हुसैन भारत की तरफ से 30 मैच खेले हैं और दो गोल किए हैं। 2005 से लेकर 2015 तक वो हिंदुस्तानी फुटबॉल टीम के मेंबर रहे हैं। उनको मिडफील्ड के अच्छे खिलाड़ी के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने 10 सीजन तक ईस्ट बंगाल के लिए फुटबॉल खेला है, इस दौरान ये टीम 3 बार फेडरेशन कप की चैंपियन बनी। इसके अलावा वो मोहन बागान जैसे देश के प्रमुख फुटबॉल क्लब से खेल चुके हैं। महताब हुसैन देशभर में खासतौर से पश्चिम बंगाल में खासे लोकप्रिय हैं।