आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए सरकार और भी कदम उठाने को तैयार: सीतारमण
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा है कि उनकी सरकार आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए और नीतिगत उपाय कर सकती है। मंगलवार को इंडिया आइडियाज समिट में बोलते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं और भविष्य में जो भी जरूरी कदम होंगे, उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने जीडीपी के 10 फीसदी के बराबर के राहत पैकेज की घोषणा की है, जिसका असर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में दिख रहा है। इकोनॉमी में रिकवरी दिख रही है और कृषि क्षेत्र ग्रोथ की अगुवाई कर रहा है।
इंडिया आइडियाज शिखर सम्मेलन में सीतारमण ने कहा, कोविड-19 के आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिये सरकार द्वारा घोषित 20.97 लाख करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज का जमीनी स्तर पर एमएसएमई समेत विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। बिजली और ईंधन खपत, एक राज्य से दूसरे राज्य, और राज्यो के भीतर वस्तुओं की आवाजाही, पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स) आंकड़े जैसे संकेतकों को देखने से पुनरूद्धार दिख रहा है।
सीतारमण ने कहा, हमने सभी विकल्प खुले रखे हैं। सरकार बेहतर परिणाम के लिये प्रत्येक व्यक्ति के साथ मिलकर काम करने को इच्छुक है। भविष्य में और कदम उठाये जा सकते हैं जो उद्योग की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा। निजी कंपनियों के लिये क्षेत्रों को खोले जाने के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए निजी कंपनियों को हर क्षेत्र में अनुमति दी जाएगी।
पीएम का भाषण आज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को 'इंडिया आइडियाज समिट' में मुख्य भाषण देंगे। यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (USIBC) की मेजबानी में दो दिवसीय आभासी शिखर सम्मेलन कि शुरुआत मंगलवार को हुई है। शिखर सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका-भारत बिजनेस काउंसिल कर रही है। इस साल काउंसिल के गठन की 45वीं वर्षगांठ है। पीएम मोदी कोरोना वायरस (सीओवीआईडी-19) को लेकर दुनिया में प्रमुख भागीदार और नेता के रूप में अमेरिका और भारत के वैश्विक दर्शकों को संबोधित करेंगे।
ये भी पढ़ें- बिहार: भाजपा एमएलसी सुनील कुमार सिंह की कोरोना संक्रमण से मौत