#PNBScam: जेटली बोले- भारतीय सिस्टम में राजनेता जवाबदेह होते हैं, रेग्युलेटर्स नहीं
नई दिल्ली। पीएनबी में हुए 11, 400 करोड़ रुपये के महाघोटाले को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बड़ा बयान दिया है। अरुण जेटली ने कहा कि बड़े स्तर पर घोटाले और चूक को लेकर रेग्युलेटर्स को अलर्ट नहीं होना चिंताजनक है। भारतीय सिस्टम में हम राजनेता जवाबदेह होते हैं लेकिन रेग्युलेटर्स नहीं होते हैं। ग्लोबल बिजनस समिट में वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि इस तरह के बैंकिंग फ्रॉड को रोकने के लिए रेग्युलेटर्स को खास तौर से नजर रखनी पड़ेगी, ऐसे मामलों में रेग्युलेटर्स को जिम्मेदार बनना पड़ेगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली का बड़ा बयान
ग्लोबल बिजनस समिट में अपनी राय रखते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि अगर विलफुल डिफॉल्ट के मामले, व्यापार की विफलता और बैंक धोखाधड़ी से कहीं ज्यादा है। अगर समय-समय पर इस तरह की घटनाएं लगातार होती रही तो ईज ऑफ डूइंग बिजनस के सारे प्रयास पीछे चले जाएंगे और अर्थव्यवस्था पर नुकसान फ्रंट सीट पर नजर आने लगेगा।
रेगुलेटर्स बेहद महत्वपूर्ण फंक्शन हैं: जेटली
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि रेगुलेटर्स बेहद महत्वपूर्ण फंक्शन है, रेग्युलेटर्स ही आखिरकार जरूरी फैसले लेते हैं। उनके पास तीसरी आंख होती है जो हमेशा खुली होती है। दुर्भाग्य से भारतीय सिस्टम में हम राजनेता जवाबदेह होते हैं लेकिन रेग्युलेटर्स नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई धोखाधड़ी बैंकिंग प्रणाली की कई शाखाओं में जगह लेती है और कोई भी लाल झंडा नहीं उठाता, तो यह किसी देश के लिए चिंताजनक बन सकता है।
'एक देश एक चुनाव' पर क्या बोले जेटली
ग्लोबल बिजनस समिट में बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी और जीएसटी के फैसलों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से हम कैशलेस इकॉनमी की तरफ बढ़े हैं। जीएसटी से देश के राजस्व को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इस मौके पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 'एक देश एक चुनाव' पर टिप्पणी करते हुए कहा कि गवर्नेंस और खर्च दोनों ही दृष्टिकोण से हर साल दो से तीन चुनाव गंभीर चुनौती हैं। अगर ये चुनाव हर 5 साल में आयोजित कराए जाएं तो इससे केंद्र और राज्य दोनों ही जगहों पर गवर्नेंस सहज नजर आएगा।
इसे भी पढ़ें:- PM मोदी आज जयललिता के जन्मदिवस पर लॉन्च करेंगे 'अम्मा टू व्हीलर योजना'