केरल के बाद नागालैंड बाढ़ की चपेट में, अब तक 12 की मौत, 3,000 लोगों ने घर छोड़ा
गुवाहटी। केरल के बाद अब देश का एक और राज्य भयंकर बाढ़ की चपेट में आ गया है। नगालैंड में लगातार हो रही भारी बारिश से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग अपना घर के लिए मजबूर हुए हैं। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने बाढ़ की तबाही से राज्य में हुए नुकसान का वीडियो ट्वीट कर मदद मांगी है। पिछले एक माह से हो रही भारी बारिश के बाद बाढ़ की चपेट में आया देश का उत्तर पश्चिमी राज्य नागालैंड का जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो चुका है, हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नागालैंड में हो रही लगातार बारिश के बाद अब तक 3,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं, भूस्खलन और बाढ़ से राज्य के करीब 400 गांव प्रभावित हुए हैं। नागालैंड में बाढ़ की मुख्य वजह ऊपरी भाग में बारिश है, जिससे वोखा जिले में डोयांग हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में पानी का स्तर बढ़ रहा है। दो बार बांध से अतिरिक्त पानी को छोड़ने की वजह से नीचले इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
म्यांमार की सीमा से सटा जिला किफेरे सबसे बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने 28 अगस्त को इस जिले का दौरा किया था, जिसके एक दिन बाद उन्होंने ट्विटर पर सीएम रिलीफ फंड और बैंक डिटेल शेयर कर मदद की अपील की थी। उधर देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी नागालैंड के मुख्यमंत्री से बात की है। राजनाथ सिंह ने हालात का जायजा लेने के बाद, नागालैंड सीएम को आश्वस्त किया कि राहत व बचाव कार्यो के लिए एनडीआरएफ को भेजा जाएगा।
राज्य सरकार ने तत्काल सहायता के रूप में केंद्र से 219 करोड़ रुपये की मांग की है। नागालैंड सरकार के अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में बाढ़ से बिगड़ते हालात की वजह से 400 करोड़ रुपये की मदद की मांग हो सकती है। अब तक राज्य में 800 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। बता दें कि केरल में आई बाढ़ के बाद नागालैंड ने 1 करोड़ रुपये की मदद की थी, जो अब खुद इसी प्राकृतिक आपदा की चपेट में है और मदद की गुहार लगा रहा है।